पंचायतीराज दिवस पर माननीय प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का हुआ सीधा प्रसारण

राजसमंद ( दिव्यशंखनाद ) 26 अप्रैल। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस-2025 के उपलक्ष में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन महाराणा प्रताप सभागार जिला परिषद में हुआ। इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी बृजमोहन बैरवा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ सुमन अजमेरा, विभागीय कार्मिक सहित राजीविका एसएचजी की महिलाएं उपस्थित रहे।
इस दौरान माननीय प्रधानमंत्री के बिहार कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर ₹13,480 करोड़ से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास एवं राष्ट्र को समर्पण किया। कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि दी और दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना करने का आह्वान किया।

प्रधानमंत्री ने बताया कि भूमि विवाद पंचायतों के लिए बड़ी समस्या रही है, जिसे डिजिटल रिकॉर्ड्स के माध्यम से सुलझाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने ‘जीविका दीदी’ कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इसके माध्यम से महिलाओं की आय बढ़ रही है और सरकार का लक्ष्य है कि देशभर में 3 करोड़ ‘लखपति दीदी’ बनें। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के लिए आवास, सड़क, गैस, जल और शौचालय जैसी सुविधाएं लाखों करोड़ रुपये की लागत से उपलब्ध करवाई गई हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बिहार में 57 लाख परिवारों को पक्के मकान दिए गए हैं और आने वाले वर्षों में 3 करोड़ और घर बनाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि यह दशक भारत की आधारभूत संरचना का दशक रहा है। 12 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल, 2.5 करोड़ परिवारों को बिजली, और लाखों को गैस कनेक्शन मिला है। प्रधानमंत्री ने बताया कि अब लद्दाख और सियाचिन जैसे दुर्गम क्षेत्रों में भी 4जी और 5जी सेवाएं शुरू हो गई हैं। प्रधानमंत्री ने बिहार में दरभंगा में एम्स, झंझारपुर में मेडिकल कॉलेज और राज्य भर में 10,000 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के निर्माण का उल्लेख किया। जन औषधि केंद्रों से लोगों को दवाइयों पर 80% तक की बचत हो रही है, जिससे बिहार में ही ₹2,000 करोड़ की बचत हुई है।
उन्होंने बताया कि भारत में रेलवे, सड़क और एयरपोर्ट्स के माध्यम से कनेक्टिविटी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने ‘नमो भारत रैपिड रेल’ सेवा पटना से जयनगर तक की शुरुआत की और कई नई रेल लाइन व स्टेशन आधुनिकीकरण योजनाओं की जानकारी दी। हवाई कनेक्टिविटी के क्षेत्र में दरभंगा हवाई अड्डा और पटना एयरपोर्ट का विस्तार उल्लेखनीय है। कृषि और मत्स्य पालन को ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि सरकार बिहार में बाढ़ से बचाव के लिए ₹11,000 करोड़ निवेश कर रही है जिससे बांध, नहरें और सिंचाई व्यवस्थाएं विकसित होंगी।
प्रधानमंत्री ने मिथिला की सांस्कृतिक धरोहर मखाना को वैश्विक मान्यता मिलने पर गर्व व्यक्त किया और बताया कि मखाना को जीआई टैग और राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त हुआ है। मखाना बोर्ड की स्थापना और फूड प्रोसेसिंग उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना की जा रही है।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर प्रधानमंत्री ने गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला न केवल निर्दोष पर्यटकों पर बल्कि भारत की आत्मा पर हमला था। उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवाद और इसके समर्थकों को बख्शा नहीं जाएगा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकेगी।