तीन कैटेगरी में बांटे जिले, इन शहरों में रात में बजेंगे सायरन और होगा ब्लैकआउट

जयपुर ( दिव्य शंखनाद ) 6 मई। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश दिए जाने के बाद राजस्थान के 28 शहरों में भी युद्ध के हालात में बचने के लिए कल यानी 7 मई को मॉक ड्रिल होने वाली है । इन 28 शहरों में रात में सायरन बजेंगे और ब्लैकआउट होगा लेकिन अभी मॉक ड्रिल का समय तय नहीं हुआ है।
मंगलवार यानी 6 मई से सिविल डिफेंस की टीमों ने इस एक्सरसाइज की तैयारियां शुरू कर दी हैं। साथ ही सरहदी इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है कि ऐसी तैयारियां आखिरी बार साल 1971 में देखी गई थी।

मंगलवार यानी 6 मई को जयपुर में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक मीटिंग आयोजित की गई है, जिसमें मॉक ड्रिल से जुड़ी सभी जानकारी जिला कलेक्टर और एसपी को दी जाएगी। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि मीटिंग से पहले ही बेसिक तैयारियां पूरी हो गई हैं।
इस संबंध में राजस्थान समेत कई राज्यों के मुख्य सचिवों को लेटर भेजकर जानकारी दे दी गई है, जिसमें कहा गया है कि मॉक ड्रिल के दौरान किए जाने वाले उपायों में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का संचालन, नागरिकों को किसी भी हमले की सूरत में खुद को बचाने के लिए सुरक्षा पहलुओं की ट्रेनिंग देना और बंकरों एवं खाइयों की साफ-सफाई शामिल है।
हमला होता है तो क्या करना चाहिए :

मॉक ड्रिल के दौरान बताया जाएगा कि अगर हमला होता है तो क्या करना चाहिए।
सिटी कंट्रोल से एक हूटर बजेगा, जिसके बाद सभी लोगों को अपने घर की सभी लाइटें, मोबाइल टार्च बंद करनी होंगी। साथ ही रोड लाइट, हाईमास्ट लाइट, एनएचएआई और स्टेट हाईवे पर लगी लाइट, टोल पर लगी लाइट भी बंद की जाएगी।
मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को जानकारी दी जाएगी कि वह कैसे एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति घायल हो जाता है, तो उस वक्त कैसे उसे उपचार मिल सकें।
तीन कैटेगरी में बांटे जिले :

देश के 244 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स को 3 कैटगरी में बांटा गया है, जिन्हें अलग आधारों पर तय किया जाता है। जैसे अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से नजदीकी या समुद्री सीमा एक आधार होता है। इसी तरह से बंदरगाह, पावर ग्रिड जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के आधार पर भी वर्गीकरण होता है। शहरी और घनी आबादी के हिसाब से भी कैटगरी तय की जाती है।
राजस्थान के कोटा और रावत-भाटा को ‘A कैटेगरी’ में रखा गया है। अजमेर, अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, गंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, उदयपुर, सीकर, नाल, सूरतगढ़, आबू रोड, नसीराबाद (अजमेर), भिवरी को ‘B कैटेगरी’ में रखा गया है। वहीं, फुलेरा (जयपुर), नागौर (मेड़ता रोड), जालोर, बेवर (अजमेर), लालगढ़ (गंगानगर), सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा और पाली को ‘C कैटेगरी’ में रखा गया है।
जैसलमेर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट :
जैसलमेर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। सायरन बजते ही हर विभाग एक्टिव होगा। सिविल डिफेंस टीमों ने संभाला मोर्चा। राहत और बचाव उपकरणों की जांच शुरू कर दी गई है। हाथ से चलने वाले सायरन तैनात कर दिए गए हैं। फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस टीम भी अलर्ट। ग्रामीण इलाकों में भी मॉक रिहर्सल जारी है ।जिला कलेक्टर खुद ले रहे हैं रिपोर्ट। जैसलमेर हर आपदा से निपटने के लिए तैयार है। जैसलमेर जिला कलेक्टर प्रतापसिंह ने सिविल डिफेंस की तैयारी का जायजा लिया।