प्रभु के ज्येष्ठाभिषेक स्नान के जल का अष्ट फूलों,चंदन,बरास्,केसर, गुलाब जल,अरगजा व सुगंधित द्रव्य से किया अधिवासन

नाथद्वारा ( दिव्य शंखनाद ) 10 जून | पुष्टिमार्गीय प्रधान पीठ प्रभु श्रीनाथ जी की हवेली में ज्येष्ठ शुक्ल चौदस के शुभ अवसर पर ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिवस पर श्रीजी प्रभु के ज्येष्ठाभिषेक स्नान होने के अवसर पर तिलकायत श्री एव्ं श्री विशाल बावा,श्री लाल बावा ने वल्लभ कुल परिवार व श्रीजी एव्ं नवनीत प्रिया जी के निज सेवकों सहित यमुना स्वरूप भीतर की बावड़ी से श्रृंगार दर्शन पश्चात स्वर्ण एव्ं रजत घट से श्रीजी प्रभु के ज्येष्ठाभिषेक स्नान का जल भरा । इस अवसर पर श्रीजी प्रभु के ज्येष्ठाभिषेक स्नान के जल का आरती दर्शन पश्चात जल का अधिवासन किया गया जिसमें अष्ट फूल, सुगंधित द्रव्य,चंदन, केसर, गुलाब जल, बरास ,अर्गजा आदि सुगंधित द्रव्यों का मिश्रण कर उसे सिद्ध किया गया अधिवासन का मुख्य भाव प्रभु को सुगंधित एव्ं शीतल जल से स्नान करा शीतल उपचार करना है व यमुना जी स्वयं अपने प्रिय को सुगंधित जल से स्नान कराती हैं जिससे कि प्रभु को सुगंधित एव्ं शीतल जल से तत् सुख प्राप्त हो।
स्नान यात्रा के शुभ अवसर पर प्रभु के सवा लाख आम भोग आरोगने की वैष्णव जन द्वारा निरंतर सेवा जारी

स्नान यात्रा के अवसर पर श्रीजी प्रभु ज्येष्ठाभिषेक स्नान के पश्चात सवा लाख आम का भोग अरोगते है और इसी क्रम में मोती महल चौक एव्ं श्रीजी प्रभु की हवेली के सभी द्वारों पर वैष्णव जन आम की सेवा लगातार कर रहे हैं जिससे कि वह अपने भाव से प्रभु को आम का भोग अरोगा सके।
प्रभु के ज्येष्ठाभिषेक स्नान के जल भरने के अवसर पर श्रीजी प्रभु के मुखि़या जी इंद्रवदन गिरनारा, प्रदीप साँचिहर, रजनीकांत सांचीहर,घनश्याम साँचिहर, मंदीर के अधिकारी श्री सुधाकर शास्त्री, मंदीर के मुख्य प्रशासक भारत भूषण व्यास,तिलकायत श्री के मुख्य सलाहकार अंजन शाह, मंदीर मंडल सदस्य सुरेश सांगवी,समीर चौधरी, मंदीर के सहायक अधिकारी अनिल सनाढ्य, तिलकायत श्री के सचिव लीलाधर पुरोहित ,मंदीर के मीडिया प्रभारी गिरीश व्यास, मन्दिर के पंड्या जी परेश नागर, समाधानी उमंग मेहता, जमादार हर्ष सनाढ्य,जनम गाँधी,कमल सनाढ्य आदि सेकड़ो वैष्णव जन उपस्थित थे।