नाथद्वारा (दिव्य शंखनाद)। पुष्टिमार्गीय द्वितीय पीठ प्रभु श्री विट्ठलनाथजी मंदिर में यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम के अंतर्गत द्वितीय पीठ प्रभु श्री विट्ठलनाथजी को विशेष रुप से छप्पन भोग मनोरथ हुआ।
बैंड की मधुर स्वर लहरियों से वातावरण आनंदित हो रहा था। मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर मंदिर तक सभी द्वार देहरिया पर रंगोली सजाई गई। कदली खंब आशा पालकी तोरण लगाई गई। श्रृंगार दर्शन मे प्रभु श्री विट्ठलनाथजी को गुलाब की मंडली में विराजित किया गया। छप्पन भोग मनोरथ मे प्रभु को विशेष चौकी पर विराजमान किया गया।
हीरे के आवरण धराए गए महाराज श्री कल्याण राय जी ने विशेष थाल की आरती की श्री हरिराय बावा साहब, श्री वागधिश बावा साहब, वदान्यराय जी बावा साहब द्विजराज जी बावा साहब ने किर्तन पखावज वादन एवं मोर छलपंखे की सेवा की।