राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर शुरू हो चुका है और पानी की किल्लत लगातार बढ़ती जा रही है। मानसून के आने में अभी काफी समय है लेकिन इस आपदा की स्थिति में देखा जाए तो कई जिलों में जल संकट देखने को मिल रहा है।
जल संकट के मंडराते खतरे को देखते हुए प्रदेश के 10 जिलों को आपदा प्रभावित घोषित किया गया है। इन जिलों में दूरदराज के लोग कई किलोमीटर दूरी तय कर पानी लाने को मजबूर हैं। आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों से जिले की रिपोर्ट मांगी गई है।
रिपोर्ट मिलने के बाद प्रदेश के 10 जिलों को आपदा प्रबंधन विभाग ने आपदा प्रभावित जिले घोषित कर दिया है। चूरू, बाड़मेर, बीकानेर, जालौर, पाली, जैसलमेर, सिरोही, नागौर, जोधपुर और डूंगरपुर को आपदा प्रभावित जिला घोषित किया है. इन जिलों की कई तहसीलो में पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है।
इन जिलों में पानी का स्तर लगातार गिरता जा रहा हैं। वाटर ट्रेन भी चलाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं साथ ही अन्य कई संसाधनों से पानी पहुंचाने के लिए जतन किया जा रहा हैं। करीब एक करोड़ लोग जल संकट से जूझ रहे हैं।