राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। 8 मई 2022 को राजस्थान उच्च न्यायालय के कॉनफ्रेस हॉल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में माननीय न्यायाधिपति मनीन्द्र मोहन श्रीवास्तव, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजस्थान उच्च न्यायालय ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजसमंद द्वारा तैयार ई पुस्तक ’’क्यों करे कलह, आओं करे सुलह’’ का वर्चुअली ऑनलाईन विमोचन किया।
प्राधिकरण सचिव (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) मनीष कुमार वैष्णव ने जानकारी दी की लोक अदालत वैकल्पिक विवाद समाधान का प्रभावी मंच है आमजन को लोक अदालत सस्ता एवं शीघ्र न्याय प्रदान करती है। आमजन में साहित्य और काव्य के माध्यम से जागरूकता पैदा करने के लिये जिला एवं सेशन न्यायाधीश महोदय अनंत भंडारी एवं श्री दिनेश गुप्ता सदस्य सचिव राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजसमंद द्वारा साकेत साहित्य संस्थान राजसमंद के कवियों को काव्य रचना लिखने के लिये प्रेरित किया गया।
उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय न्यायाधिपति मनीन्द्र मोहन श्रीवास्तव, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजस्थान उच्च न्यायालय (कार्यपालक अध्यक्ष, रालसा), गेस्ट ऑफ ऑनर माननीय न्यायाधिपति विजय विश्नोई अध्यक्ष, राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति जोधपुर एवं माननीय न्यायाधिपति प्रकाश गुप्ता राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति, जयपुर रहे एवं सभी जिले के सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राजसमंद जिले से मनीष कुमार वैष्णव, सचिव कार्यक्रम में ऑनलाइन सम्मिलित हुये। दिनेश कुमार गुप्ता, सदस्य सचिव, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने कवियों को इस सराहनीय प्रयास के लिये आभार व्यक्त करते हुये शुभकामनाएं भेंट की एवं भविष्य में काव्य रचनाओं के माध्यम विधिक सेवाओं के प्रति आमजन में जागरूकता पैदा करने में सहयोग करने के लिये प्रेरित किया।