राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। 15 मई 2022 को रावो की गुडली निवासी राजुसिंह पिता भुरसिंह डुलावत जाति राजपुत ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि दिनांक 14 मई 2022 की रात को मैं व मेरे परिवार वाले घर ही थे। रात्रि को करीब 8.00 बजे गोपालसिंह राजपुत व जेठु सिह चारण दोनों मेरे पिताजी के बुलाने पर हमारे घर पर आये थे मेरे पिताजी गोपालसिंह व जेठु सिह तीनों ने हमारे घर शराब पी थी।
करीब रात्रि 9.00 बजे गोपालसिंह व जेठुसिंह दोनो हमारे घर से चले गये थे करीब 10.00 पीएम पर मेरे पिताजी खाना खाकर मकान के बाहर चौक में चारपाई पर सो गये थे। 15 मई 2022 को सुबह करीब 6.00 बजे मेरी पत्नी दुर्गा कंवर उठी तो हमारे मकान के मैन गेट बाहर से बन्द था।
मेरी पत्नी ने छत से बाहर जाकर मैन गेट का दरवाजा खोला ओंर आवाज देकर मुझे बुलाया जिस पर मैं व मेरी माँ मीरादेवी मकान के बाहर आये और देखा तो मेरे पिताजी भुरसिंह की चारपाई पर लाश पडी हुई थी और उनके गले व नाक पर व मुंह पर चोट के निशान थे उनके गले में सोने की चेन, सोने का ब्रासलेट, हाथ पर पहने की अगुंठियां भी नही थी हम सभी रोने लगे, तो आस पड़ौसी घर पर आये व पिताजी की लाश को घर में लेकर आये मेरे पिताजी की अज्ञात लोगों ने रात को हत्या कर उनकी पहनी हुई चैन ब्रासलेट व अगुठीयॉ एवं नकद रूपये छीन कर ले गये। जिस पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, आईपीएस, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवलाल बैरवा, आरपीएस के निर्देशन में छगन पुरोहित पुलिस उप अधीक्षक महोदय वृत नाथद्वारा के नेतृत्व एवं विशेष सुपरविजन में घटना की गंभीरता को ध्यान मे रखते हुए प्रकरण का शीघ्र खुलासा करने हेतु थानाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के नेतृत्व में थाना हाजा से अलग-अलग टीमो का गठन कर वैज्ञानिक तकनीकी व भौतिक साक्ष्यों का संकलन किया जाकर संदिग्ध व्यक्तियो को थाना हाजा पर तलब कर पुछताछ की गई।
करीबन 50 लोगो, बदमाशान व सक्रिय अपराधियो से पूछताछ की गई। दौराने पुछताछ मृतक का बडा पुत्र राजुसिह से पुछताछ की गई। जिस पर उसने बताया कि मेरे व मेरे पिताजी के आपस मे अनबन रहती थी तथा दुकान पर काम करने के दौरान मेरे पिताजी के साथ छोटी मोटी बातों को लेकर कहासुनी होती रहती थी। जिससे मैने वर्ष 2016 में पापा से अलग रहना शुरू कर दिया। मैं व मेरी पत्नि व दोनों बच्चे बापुनगर अहमदाबाद में किराये के मकान में रहने लग गयें। मैने पापा की दुकान के बजाय भैरूनाथ नमकीन की दुकान पर करीब दो साल नौकरी की।
जिस पर मेरे पापा सेठ के पास आये और बोले की राजुसिंह बदमाष लडका है। जिस पर मुझे सेठ जी ने नौकरी से निकाल दिया। उसके बाद मैने किराये की नमकीन की दुकान की। मेरे पिताजी से ज्यादा अनबन होने से मेरे पिताजी ने मुझे सम्पति से बेदखल करने का इष्तिहार आज से करीब चार पांच साल पहले अखबार में छपवाया। उसके बाद मेरी मेरे पिताजी के प्रति घृणा बढ गई। उसके बाद मेरे मन में पिताजी को सबक सिखाने के विचार आने लगे। मेरे पिताजी ने गॉव में कहा कि मेरी दोनों बहिनों की शादी करा देने के बाद मैं सब सम्पति बेच दुंगा। जिसमें राजुसिंह को कोई हिस्सा नहीं दुंगा। इस दौरान मेरी मुलाकात रणजीत सिह चौहान निवासी युपी हाल अहमदाबाद से हुई। रणजीत सिह की भी कॉरोना के दौरान लॉकडाउन होने से आर्थिक हालत खराब थी। जिससे रणजीत ने मेरे से उधारे पैसे मांगें। तो मेरे मन में विचार आया कि क्यों न मौके का फायदा उठाया जायें। और मैने रणजीत को कहा कि तु मेरे पिताजी का मर्डर कर दे तो मैं तुझे अच्छे पैसे दे दुंगा। और भाडे की दुकान भी लगवा दुंगा। उसके बाद रणजीत की आर्थिक स्थिति और कमजोर होने से करीब महीने भर बाद रणजीत मेरे पापा का मर्डर करने के लियें तैयार हो गया। और मेरे से 20 लाख रूपये मांगे। तो मैने 15 लाख रूपये काम करने के बाद देने के लिये कहा तो रणजीत राजी हो गया। जिस पर मैने रणजीत को 44000 हजार रूपये खर्चे पानी के एडवांस मे दे दियें।
आज से करीब 3-4 महीने पहले मेरे पिताजी अकेले गॉव में आये थें। तब मैने रणजीत को कहा कि मेरे पिताजी गॉव गये हुए है। और अकेले है। तु उनका काम निपटा दें। जिस पर रणजीत अपने दोस्त रामनिवास सोमवंषी को लेकर अहमदाबाद से मेरे गांव के लिऐ निकला। लेकिन मेरा मन नही माना तो मैने रणजीत को फोन करके वापस अहमदाबाद बुला लिया। रणजीतसिंह ने उसके दोस्त रामनिवास सोमवंषी से मेरी मुलाकत करवायी थी। रणजीतसिंह ने मुझे कहा था, कि हम दोनो मिलकर तुम्हारा काम कर देगे। मेरे पिताजी गॉव में कहने लग गये कि दोनों लडकियों की शादी होते ही मैं दुकान बेच दुंगा। जिस पर पुनः मेरे मन में पापा को निपटाने का विचार आया। जिस पर मैने रणजीत को बताया कि 12 मई 2022 की मेरी बहिनों की शादी है। तो मैं घर जाउंगा और मौका देखकर आपको बुला लुंगा। मेरी बहिनों की शादी होने से दिनांक 28.04.2022 को मैं घर पर आ गया। दिनांक 12.05.2022 को मेरी दोनों बहिनों की शादी हो गई। उसके बाद मेरे पिताजी पुनः अहमदाबाद जाने वाले थें तो मेरे मन में विचार आया कि अभी अच्छा मौका है। मेरे पिताजी घर के बाहर ही चौक में सोतें है। जिस पर मैने दिनांक 14.05.2022 को सुबह ही रणजीत को फोन कर दिया कि आज शाम तक आ जाओं और रात में काम निपटा देना।
मेरी दिन में रणजीत से कई बार बात हुई। रणजीत दो तीन बजे के आसपास उसके दोस्त रामनिवास सोमवंषी के साथ मोटरसाइकिल पर निकल गया। शाम का मेरे पिताजी उनके दोस्त गोपालसिंह व जेठुसिंह के साथ बीयर पीने लग गयें। रात करीब 9 बजे तक बीयर पी उसके बाद गोपालसिंह व जेठुसिंह चले गयें। मेरे पिताजी खाना खाकर बाहर ही चारपाई पर सो गयें। उसके बाद मैने मेरे मोबाईल नम्बर से रणजीत से बात कर बताया कि पिताजी ने शराब पी रखी है और घर के बाहर ही सो रहे है। 12 से 1 बजे के बीच काम निपटा देना। उसके बाद मेरे परिवार वाले सब लोग सो गयें। मैं और मेरी पत्नि कमरे मे सो गये। सुबह मेरी पत्नि दुर्गा जगी तो देखा कि मेन गेट बाहर से बन्द था। जिस पर मेरी पत्नि छत से होकर दुसरे मकान की नाल से उतर कर बाहर चौक में पहुचीं और देखा तो मेरे पिताजी के मुह पर मक्खियां गिर रही थी। जिस पर मेरी पत्नि ने मुझे व मेरी मॉ को बताया। जिस पर हमने भी जाकर देखा तो मेरे पिताजी मरे हुये थे। जिस पर मेरी मॉ रोने लगी तो आस पास के लोग आ गयें। लोगों ने पुलिस को सुचना दी। मेरे पिता भुरसिंह ने मुझे जमीन जायदाद से बेदखल कर रखा था और मेरे व मेरे पिताजी के आपस मे कभी बनती नही थी। मैं मेरे पिताजी से काफी परेषान था। मेरे पिताजी को निपटाने का काम मेरे दोस्त श्री रणजीतसिंह चौहान से 15,00,000/- रुपये मे तय हुआ था और मैने उससे पूर्व मे 44,000/- रुपये भी दे दिये थे। मेरे कहने पर रणजीतसिंह व उसके दोस्त रामनिवास सोमवंषी से मिलकर मेरे पिताजी की हत्या की है और उनके पहने की सोने की चैन मय लोकेट भी लेकर गये है। प्रकरण में अनुसंधान जारी है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण
राजुसिंह पिता भुरसिंह डुलावत जाति राजपुत उम्र 32 साल निवासी रावों की गुडली थाना खमनोर जिला राजसमंद, रणजीतसिंह पिता राजपालसिंह चौहान जाति राजपुत उम्र 33 साल निवासी श्यामपुर थाना बेवर जिला मैनपुरी राज्य उतरप्रदेश हाल गणेशनगर हाईवे इमरोई बाडी थाना इमराईवाडी, अहमदाबाद, रामनिवास पिता विरेन्द्रसिंह सोमवंशी जाति राजपुत उम्र 49 साल निवासी रामपुर थाना राजेपुर जिला फर्रूखाबाद राज्य उतरप्रदेश हाल हीराबाडी, महावीर नगर अहमदाबाद।