अफवाहों से बचें, सोशल मीडिया पर भड़काउ संदेश फोरवर्ड नहीं करें
राजसमन्द(दिव्य शंखनाद)। जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना ने गत दिनों उदयपुर शहर के धानमंडी थाना क्षेत्र में घटित सर्वनिंदित हत्याकांड की घटना के संबंध में भीम तथा देवगढ़ कस्बे के व्यापारियों से आह्वान किया कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास नहीं कर अपने प्रतिष्ठान खोलें तथा काम-धंधा सुचारू रखें।
जिला प्रशासन द्वारा इसमें पूरी छूट दी हुई है। पुलिस विभाग द्वारा इसके लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम मुहैया करवाए गए हैं। उन्होंने आमजन से भी कहा कि वे किसी भी प्रकार की अलोकतांत्रिक गतिविधियों में शामिल न हो और अपना विरोध दर्ज कराने के दौरान यह सुनिश्चित करें कि इसमें किसी प्रकार की हिंसा न हो और शांति व्यवस्था निर्बाध बनी रहे। जिन अपराधियों और समाजकंटकों ने पुलिस पर हमले किए हैं उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने पर ही कानूनी कार्यवाही की जा रही है और किसी भी निर्दोष व्यक्ति पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जा रही है।
धारा 144 में यह है प्रावधान
जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि जिले में साम्प्रदायिक सद्भाव के साथ शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू की गई है। जिसके तहत पांच से अधिक व्यक्ति एकत्र नहीं होंगे तथा बिना अनुमति के किसी प्रकार का जुलूस नहीं निकालेंगे और न ही कोई प्रदर्शन करेंगे। विवाह समारोह एवं शव यात्रा पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। इनके अलावा कोई सामाजिक अथवा अन्य कार्यक्रम करने के लिए प्रशासन से पूर्वानुमति लेनी होगी। कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार के आग्नेय शस्त्रों जैसे रिवॉल्वर, पिस्टल,ए बी.एल.गन, एम.एल.गन आदि व तेजधार हथियारों जैसे तलवार, भाला, बर्छी, चाकू, छूरी, गण्डासा, फर्सी एवं लाठी लेकर नहीं चलेगा।
यह आदेश ड्यूटी पर तैनात राजस्थान सशस्त्र पुलिस बलए राजस्थान सिविल पुलिस बल, होमगार्ड के अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा वृद्ध, असहाय व दिव्यांग लोगों पर लागू नहीं होगा। सिख धर्म के लोगों को धार्मिक कटार रखने की छूट होगी। कोई भी व्यक्ति इस दौरान धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले नारे नहीं लगाएगा एवं ना ही किसी भी स्थान पर ऐसे नारे लिखे जाएंगे।
सोशल मीडिया पर भड़काउ पोस्ट शेयर नहीं करें
जिला कलक्टर ने आमजन से अपील की है कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यथा फेसबुक, व्हाट्सएप, युट्यूब, इंस्टाग्राम अथवा किसी अन्य माध्यम से ऐसी कोई पोस्ट न करें जिससे शांति व्यवस्था भंग हो। ऐसा करने वाले के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही संपादित की जाएगी। उन्होंने कहा कि कस्बे में शांति व्यवस्था होगी तो आमजन अपनी रोजी-रोटी के लिए निर्बाध रूप से अपने घर से निकल पाएंगे और व्यापारी अपना व्यापार कर सकेंगे। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को अपने सामाजिक जिम्मेदारी का निवर्हन कर सकारात्मक सहयोग प्रदान करें जिसके परिणास्वरूप जिले के सभी क्षेत्रों में पूर्वानुरूप शांति व्यवस्था बहाल हो सके।