राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। श्री पुष्टीमार्ग तृतीय पीठ प्रन्यास के श्री द्वारिकाधीश मंदिर में रविवार को ठकुरानी तीज का पर्व पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर श्रृंगार में प्रभु द्वारकाधीश को श्री मस्तक पर चूंदड़ी की छज्जे दार पाग, जिस पर 52 कतरा चंद्रिका ,लाल चुनरी का बड़ा पिछोड़ा, वैसा ही अंतर्वास का पटका, हीरा, पन्ना माणक के 2 जोड़ी के श्रंगार, और हरे ठाड़े वस्त्र धराय गए।
तत्पश्चात शाम को हिंडोरना दर्शन में प्रभु द्वारकाधीश को निज मंदिर स्थित डोल तिवारी में लकड़ी के हिंडोरने में बगीचे में विराजित किया गया। इसके लिए डोल तिवारी के बाहर रतन चौक में केले के पेड़ ,चंदन के पत्तों से बगीचा बनाया गया वहीं उक्त अवसर पर बगीचे के बीच में यमुना जी की नहर बनाई गई जिसमें यमुना जल के भाव से जल भरा गया तत्पश्चात शयन में प्रभु द्वारकाधीश ने शयन भोग के साथ राजभोग भी अरोगा गौरतलब है कि वर्ष में एक बार ठकुरानी तीज के अवसर पर प्रभु द्वारकाधीश शयन में राजभोग अरोगते है।