श्रीकृष्ण – भजनो से श्रोता हुए भाव विभोर
नाथद्वारा (दिव्य शंखनाद)। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के उपलक्ष्य में मन्दिर मण्डल के पुष्टिमार्गीय प्रचार प्रकोष्ठ द्वारा वल्लभ विलास में हवेली संगीत प्रतियोगिता में जब प्रतियोगी ने सूरदास के पद राग आसावरी ताल धमाल में ‘‘धन्य यशोदा भाग्य तिहारो जिन एसो सुत जायो’’ का किर्तन गान गाया तो श्रोताओं के मन में यशोदा के घर कृष्ण-जन्म की खुशी का पल जीवन्त हो उठा।
विभिन्न संस्थानों से आये विविध वर्ग के संभागियों ने अष्ट सखाओं के पद ‘‘आज कान्ह को जन्म दिवस, आपुन मंगल गावों, भाग्य सबन ते न्यारो रानी तेरो, बाजत आज बधाई गोकुल में’’ जैसे कीर्तनों का सुमधुर गान परवावज, हारमोनियम व झाँझ की संगत के साथ कर सभी को कृष्ण जन्म के आनन्द से आल्हादित कर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्याम सुन्दर गिरनारा ने की।
प्रतियोगिता में प्रतियोगी ने गिटार की संगत के साथ ‘‘अरे द्वार पालों कन्हैया से कहदो दर पे सुदामा गरीब आगया है’’ भजन की जब लयबद्व प्रस्तुति की तो श्रोता भाव विभोर हो गये।
पुष्टि प्रसार अधिकारी दयाशंकर पालीवाल ने बताया कि ये संभाग भर की संस्थाओं और रतलाम व बांसवाडा से आये विभिन्न वर्गों के संभागियों ने हारमोनियम और तबले की संगत के साथ एक से बढकर एक सरस भजनों की प्रस्तुति की। प्रतियोगितायों की सुमधुर राग में श्रीकृष्ण के विविध भजनों की लय व ताल के साथ भाव पूर्व प्रस्तुतियों ने सभी को रस सिक्त कर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भागवतकार पं. मदनमोहन शर्मा ने की।