राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। मनीष कुमार वैष्णव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमंद द्वारा जिला कारागृह का दिनांक 12 सितम्बर 2022 को प्रातः 10:50 पर औचक निरीक्षण कर भोजन, सफाई इत्यादि की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।
वैष्णव ने नवीन प्रवेशित बंदियों से संवाद किया गया। वक्त निरीक्षण कारागृह में 180 बंदी निरूद्ध मिलें जो कारागृह की बंदी क्षमता से तीन गुने से अधिक है। वैष्णव ने कारागृह की बैरकों एवं रसोई घर की सफाई व्यवस्था की जांच की। बैरकों में फिनाईल से नियमित सफाई करवायी जाने, कारागृह के शौचालयों के रोशनी की समुचित व्यवस्था करने तथा बंदियों के ओढने बिछाने के कपड़ों को नियमित समयांतराल में धुप में ड़ालने के निर्देश दिये।
नवीन प्रवेशित बंदियों से संवाद किया एवं उनकी समस्याओं को सुना गया तथा 3 बंदियों के प्रकरण में अधिवक्ता नियुक्त नहीं होने पर उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता का आवेदन करवाया गया।
उल्लेखनीय है कि कारागृह में बंदियों को विधिक सलाह एवं सहायता उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से विधिक सहायता क्लिनिक संचालित है जिसमें पीएलवी श्री धर्मेश खटीक द्वारा प्रत्येक सप्ताह में बुधवार को ड्यूटी दी जाती है। कारागृह में कोई भी 18 वर्ष से कम उम्र का तथा महिला बंदी निरूद्ध नहीं मिला। क्त निरीक्षण चिकित्सक दीपक शर्मा उपस्थित मिलें। वैष्णव ने बंदियों के बुस्टर डोज लगवाने एवं कोविड.19 की गाइडलाईन की कठोरता से पालना करने के निर्देश पालना करने के निर्देश दिये। उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता, नालसा लीगल सर्विस ऐप, निःशुल्क विधिक सहायताए मध्यस्थताए पीड़ित प्रतिकरए लोक अदालत, साईबर सुरक्षा, आदिवासियों के कल्याण एवं संरक्षण की योजनाओं के बारे में जानकारी दी गयी। वक्त निरीक्षण उपेन्द्र शर्मा हेड कानिस्टेबल उपस्थित रहे एवं निरीक्षण मे सहयोग किया।