गो.चि. 105 श्री विशाल बावा साहब के कर कमलों से Gio 5G का शुभारंभ
नाथद्वारा (दिव्य शंखनाद)। सुप्रसिद्ध श्लोक का सारांश यह है कि कभी भी अपना धर्म छोड़ना नहीं चाहिए, धर्म की रक्षा सर्वोपरि है ,चाहे आप किसी भी स्थिति में क्यों ना हो। अपने पूर्वज श्री तिलकायत बालकों के जीवन चरित्र को मैं जब भी पढ़ता हूं तो यह श्लोक उनके कार्यों में मुझे बार-बार दिखता है और यही हमारा भी कर्तव्य है कि अपने धर्म की रक्षा करें और जो अपने धर्म के प्रति समर्पित हैं उन्हें श्रीजी की सेवा के निकट लाने में माध्यम बनें।
पुष्टीमार्ग में कभी रूढ़िवादिता नहीं रही। भक्ति का यह सबसे व्यवहारिक मार्ग है फिर चाहे वह सेवा हो प्रचार-प्रसार के माध्यम हों या फिर सत्संग- कीर्तन। टेक्नोलॉजी को हमने हमेशा स्वीकार किया है और उसे प्रभु सेवा से जोड़ा भी है जैसे लाइट और किचन अप्लायंसेज आदि। तिलकायत बालकों ने हमेशा श्री प्रभु को सर्वोत्तम यानी बेस्ट अंगीकार कराया है चाहे वह टेक्नोलॉजी ही क्यों ना हो और इसी परंपरा को हम आज भी आगे बढ़ा रहे हैं।
अपने धर्म, श्रीजी की सेवा एवं तिलकायत परिवार के प्रति समर्पित अंबानी परिवार भी सदैव प्रयासरत होता है कि हर नए कार्य को सर्वप्रथम श्रीजी को समर्पित किया जाए और यह धार्मिक प्रवृत्ति ही इस परिवार को विशिष्ट बनाती है। हमारे प्रभु सर वो धारक है चाहे राजा हो या सामान्य व्यक्ति, वह सबकी मनोरथ पूर्ण करते हैं और श्रीजी कृपा के प्रसंग तो तिलकायत गृह के इतिहास में श्रीजी शरण में आए राजा रजवाड़ों के साथ-साथ मुगलों एवं अंग्रेजों पर भी मिलते हैं। वर्तमान में भी यह कृपा अविरल प्रवाहित हो रही है।
इसमें आवश्यकता है केवल प्रेम एवं समर्पण की। पिछली बार जब श्री मुकेश भाई से मिलना हुआ तब उन्होंने अपना यह मनोरथ प्रकट किया कि आज के समय में जो सर्वोच्च नेटवर्क है 5G , उसका भारत में प्रारंभ मैं श्रीजी के सानिध्य में श्री नाथद्वारा से करना चाहता हूं एवं हमारे वंश परंपरा अनुसार ही हमने इसे सहर्ष स्वीकार किया और आज श्रीजी ने अपने भक्तों के विशेषत: अंबानी परिवार के यह मनोरथ पूर्ण करने की कृपा की है और अंबानी परिवार का जो प्रेम एवं समर्पण श्री जी एवं तिलकायत परिवार की ओर है उस पर मुहर लगा दी है। इस उत्कृष्ट मनोरथ के लिए मैं अंबानी परिवार को साधुवाद देता हूं एवं श्रीमान तिलकाआयत महाराज श्री के शुभाशीष प्रेषित करता हूं कि श्रीजी एवं तिलकायत परिवार के लिए इनका यह प्रेम व समर्पण निरंतर बढ़ता रहे।
साथ ही नाथद्वारा नगर वासियों को भी बधाई देता हूं कि श्रीजी कृपा से वे भी पूरे भारत में इस नई 5G तकनीक का उपयोग करने में अग्रणी होंगे जो निश्चित ही हर्ष का विषय है।
दीपावली की इस पूर्व बेला पर श्रीजी अपने निज भक्तों पर नित्य कृपा करें एवं उन्हें निजी स्वरूपानंद का दान करें ऐसी शुभकामनाओं सहित अपने वक्तव्य को विराम देता हूं।