कार्यशाला में बचाव के रूप में स्टॉप-थिंक और एक्ट का मंत्र दिया गया

नाथद्वारा 19 अप्रैल ( दिव्य शंखनाद) । साइबर अपराध शाखा, राजसमंद व सेंट पॉल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कांकरोली के संयुक्त तत्वाधान में डिजिटल युग में साइबर अपराध से सुरक्षा विषय पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन विद्यालय में किया गया। विद्यालय प्राचार्य जॉनी मैथ्यू ने बताया कि कार्यक्रम में साइबर पुलिस थाना, कांकरोली से श्री लालू राम सालवी, श्री रतनलाल व प्रोग्रामर श्री खैरूल वसीम मौजूद रहे, विद्यालय परिवार की ओर से उनका स्वागत किया गया। सर्वप्रथम लालू राम जी ने वर्तमान में साइबर जगत में हो रही कई आपराधिक घटनाओं का जिक्र करते हुए छात्रों को अवगत कराया कि किन-किन तरीकों से साइबर अपराधी लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं।

साइबर अपराधों की तकनीक :
साइबर शाखा के प्रोग्रामर खैरूल वसीम ने प्रेजेंटेशन के द्वारा साइबर अपराधों की तकनीकी जानकारी देते हुए ऑनलाइन गेमिंग, साइबर बुलिंग, फिशिंग, विशिंग, मूलिंग, फर्जी लोन एप, डाटा ब्रीच, डीपफेक, टेलीग्राम फ्रॉड, बाल यौन शोषण आदि अपराधों के बारे में विस्तृत जानकारियां दी। छात्रों को यह हिदायत दी गई कि इंटरनेट के जरिए किसी के द्वारा शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक व आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है तो आप अपने अभिभावकों व शिक्षकों को इसकी सूचना अवश्य दें।

स्टॉप-थिंक और एक्ट का मंत्र :
कार्यशाला में बच्चों को किसी भी प्रकार के साइबर अपराध का शिकार होने पर 1930 पर कॉल करके व साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के बारे में भी बताया गया। कार्यशाला में बचाव के रूप में स्टॉप-थिंक और एक्ट का मंत्र दिया गया। बचाव ही इसका सबसे सही उपचार है।
फादर जॉनी मैथ्यू ने कार्यशाला में बताया कि सोशल मीडिया पर जो भी पोस्ट किया जाता है आप सर्वप्रथम उसकी प्रामाणिकता को जांचे। प्रमाणिक जांच होने के बाद ही उसको कहीं भी शेयर किया जाए। ऐसा कोई पोस्ट शेयर न करें जो किसी की भी भावनाओं को आहत करे। अंत में प्राचार्य महोदय ने कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।