पश्चिमी राजस्थान नहर परियोजना लाने की स्थानीय स्तर पर उठी मांग

जयपुर ( दिव्य शंखनाद) 28 अप्रैल। जोधपुर के ओसिया से विधायक भेराराम सियोल ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इस पत्र में पश्चिमी राजस्थान जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, सांसदों और विधायकों की ओर से पश्चिमी राजस्थान नहर परियोजना को मंजूरी देने की मांग की गई है।
इस पत्र के जरिए मांग की है कि चिनाब, झेलम ,रावि ,व्यास, सतलुज और घग्गर नदी का पानी जो पाकिस्तान जाने से रोका जा रहा है। उसे पश्चिमी राजस्थान नहर परियोजना बनाकर पश्चिमी राजस्थान के लिए उपलब्ध करवाया जाए, जिससे कि इस क्षेत्र का विकास हो।
प्रधानमंत्री को हस्ताक्षर वाला पत्र लिखते हुए भेराराम सियोल ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल समझौता स्थगित करने और कई कड़े निर्णय लेने पर प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार की पहली वर्षगांठ पर रामसेतु लिंक परियोजना पीकेसी ईआरसीपी की आधारशिला प्रधानमंत्री ने रखी जिससे पूर्वी राजस्थान में सुख समृद्धि और खुशहाली की राह प्रशस्त हुई है।

सियोल ने लिखा कि सिंधु जल समझौता स्थगित होने के बाद इन नदियों के साथ उनकी सहायक नदियों के पानी को नहर बनाकर पश्चिमी राजस्थान की वीर धरा और धोरों की धरती पर पहुंचा जा सकता है । इससे इस इलाके में सिंचाई और पेयजल की सुविधा सुलभ होगी और किसने की उन्नति और प्रगति के नए द्वार खुलेंगे।
इस संबंध में प्रधानमंत्री को संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त पत्र भी भेजा गया। विधायक भेराराम ने पत्र में कहा कि पश्चिमी राजस्थान मारवाड़ के जोधपुर, फलौदी, बाड़मेर, जैसलमेर, बालोतरा, जालौर, सिरोही, पाली, नागौर, डीडवाना, कुचामन, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ जिलों में किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए नहरी पानी उपलब्ध कराने की तत्काल आवश्यकता है। इसके लिए पश्चिमी राजस्थान नहर परियोजना लाने की जरूरत है।
इसको लेकर पूर्ण जोर तरीके से पश्चिमी राजस्थान नहर परियोजना लाने की मांग स्थानीय स्तर पर उठ रही है। मांगपत्र पर इन क्षेत्र के 50 से अधिक जनप्रतिनिधियों के हस्ताक्षर किये गए हैं।