दोनों राज्यों में हुए नुकसान का जायजा लेंगे
नई दिल्ली | शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चक्रवाती तूफान ‘‘यास” से प्रभावित ओडिशा और पश्चिम बंगाल के इलाकों का दौरा करेंगे और दोनों राज्यों में इससे हुए नुकसान का जायजा लेंगे। तूफान की वजह से 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये और हजारों एकड़ खेतों में पानी भर गया है। इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान ‘यास’ के व्यापक प्रभावों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्यों की एजेंसियों से सामान्य जनजीवन को जल्द-से-जल्द बहाल करने को कहा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबसे पहले ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंचेंगे, जहां वह एक समीक्षा बैठक करेंगे। इसके बाद वह ओडिशा के बालासोर और भद्रक तथा पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिलों के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में एक समीक्षा बैठक करेंगे और नुकसान के साथ-साथ राहत और बचाव कार्यों का जायजा लेंगे।
बुधवार को चक्रवाती तूफान ‘यास’ के पूर्वी तट पर टकराने के बाद तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई। इस दौरान 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलनेवाली तूफानी हवाओं के कारण कई मकान ढह गये, पेड़ उखड़ गये और बिजली के खंभों को नुकसान पहुंचा। चक्रवात के कारण ओडिशा में तीन लोगों और पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत भी हो गयी। पश्चिम बंगाल सरकार के मुताबिक केवल उनके प्रदेश में ही 1 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। ओडिशा में अखुआपाड़ा जिले में बैतरानी नदी में जल स्तर काफी बढ़ गया है। चंदाबबली ब्लॉक में कई खेत और करीब 122 गांव बाढ़ में डूब गए हैं।