दिव्यांग सारथी अभियान से साकार होगा दिव्यांगजन के बेहतर भविष्य का सपना साकार

राजसमंद ( दिव्यशंखनाद) 15 मई। दिव्यांगजनों को सरकार की विभिन्न योजनाओं और जनसहभागिता से अधिकतम रूप से लाभान्वित करने के उद्देश्य से जिला कलक्टर श्री बालमुकुंद असावा के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा ‘दिव्यांग सारथी अभियान’ की शुरुआत की गई है जिसके तहत सभी विभागों के सहयोग से जिले में अंतिम छोर तक बैठे वंचित एवं जरूरतमंद दिव्यांग को योजनाओं से अधिकतम लाभान्वित किया जाएगा। अभियान का नोडल विभाग सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग होगा।
समीक्षा के दौरान कलक्टर ने निर्देश दिए कि दिव्यांग सारथी अभियान के तहत दिव्यांगजनों को समग्र रूप से यानि उनके स्वरोजगार, सहायता उपकरण, ऋण, पात्रता अनुसार समस्त योजनाओं में लाभान्वित करना, पात्र दिव्यांगजन को प्रमाण पत्र शीघ्र से शीघ्र तैयार करके देना और जिले में दिव्यांगजन के प्रति एक सकारात्मक वातावरण तैयार करने की दिशा में सभी विभागों द्वारा समन्वित ढंग से कार्य किया जाए।
कलक्टर ने कहा कि अभियान के तहत दिव्यांगजन को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी पीड़ितों को इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर तथा अन्य पात्र दिव्यांगजनों को मुख्यमंत्री स्वरोजगार ऋण योजना और मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ प्राथमिकता से दिलाया जाए। उन्होंने दिव्यांगजनों को नवीन प्रमाण-पत्र जारी करने, छात्र-छात्राओं को सहायक अंग उपकरण उपलब्ध कराने तथा बीपीएल और पालनहार श्रेणी के लाभार्थियों को योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया को गति देने के निर्देश दिए।
बैठक में कलक्टर ने निर्देश दिए कि महिला एवं बाल विकास विभाग डोर-टू-डोर सर्वे कर ऐसे दिव्यांगजन या बच्चे जो अभी तक प्रमाण-पत्र से वंचित हैं, उन्हें चिन्हित कर ई-मित्र के माध्यम से यूडीआईडी कार्ड के लिए आवेदन करवाएं। शिक्षा विभाग को विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग छात्र-छात्राओं की आवश्यकता के अनुसार सहायक उपकरणों की सूची तैयार कर उपलब्ध कराने और वितरण दिवस पर उन्हें कार्यक्रम स्थल तक लाने व वापस ले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।
बैंकों की भूमिका पर बल देते हुए कलक्टर ने अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिए कि विभिन्न बैंकों के माध्यम से प्राप्त मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्वरोजगार ऋण योजना के आवेदनों को शीघ्र निस्तारित किया जाए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ हेमंत बिंदल को मेडिकल बोर्ड के माध्यम से अधिकाधिक यूडीआईडी कार्ड जारी करने के निर्देश दिए गए।
कलक्टर ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधीन छात्रावास अधीक्षकों से दिव्यांगजनों के स्वरोजगार हेतु बैंकों में जमा फॉर्म की समीक्षा कर शीघ्र ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही सीएमएचओ को आगामी 10 दिनों में मिशन मोड में 1000 से अधिक दिव्यांग प्रमाण-पत्र जारी करने के निर्देश दिए। सीडीईओ को सभी विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों का सर्वे करने और जिनके प्रमाण-पत्र नहीं बने हैं, उन्हें बनवाने के निर्देश दिए|