वैक्सीन के महत्व बताते हुये सभी बन्दियों को वैक्सीन लगवाने हेतु प्रेरित किया
राजसमन्द 28 मई। सदस्य सचिव, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर तथा श्री गिरीश कुमार शर्मा, अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद द्वारा प्रदत निर्देशानुसार आज दिनांक 28.05.2021 को समय 11.05 प्रातः जिला कारागृह, राजसमंद का कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु आवश्यक उपाय सुनिश्चित करने एवं व्यवस्थाओं का जायजा लेने हेतु श्री मनीष कुमार वैष्णव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद द्वारा निरीक्षण किया गया।
राजसमंद जिले का गठन दिनांक 10-04-1991 को हुआ था, परन्तु नवीन जिला गठित होने के 28 वर्ष बाद भी उपखण्ड स्तर की जेल ही कार्यरत है। उक्त जेल की बंदी क्षमता मात्र 55 बंदियों की है जबकि वक्त निरीक्षण कारागृह में 96 बंदी निरूद्ध मिले, वर्तमान में विश्वव्यापी कोरोना महामारी के मध्यनजर क्षमता से अधिक बंदी निरूद्ध होने के कारण कारागृह में कोरोना गाईडलाईन पालना नही हो पा रही है। नवीन बंदियों से संवाद किया गया। वक्त निरीक्षण जिला कारागृह में डॉ. श्री कृपाशंकर, श्री दीपक शर्मा व अन्य डॉक्टर्स की टीम द्वारा बंदियों का नियमित मासिक स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा था। साथ ही एक अन्य चिकित्सकीय टीम द्वारा बन्दियों को वैक्सीन लगाई जा रही थी। वक्त निरीक्षण 58 बन्दियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी तथा शेष को वैक्सीन लगाई जा रही थी। इस दौरान कुछ बंदीयों द्वारा वैक्सीन नही लगवाने पर सचिव श्री मनीष कुमार वैष्णव ने उनसे समझाईश करते हुए वैक्सीन के महत्व बताते हुये सभी बन्दियों को वैक्सीन लगवाने हेतु प्रेरित किया। प्राधिकरण द्वारा नगर परिषद् के सहयोग से बंदियो एवं जिला कारागृह के कार्मिकों को 100 मास्क का वितरण किया गया। जेल की साफ-सफाई संतोषजनक पाई गई। जिला कारागृह में बंदियों को प्रातःकालिन नाश्ते में खिचडी दी गई तथा दोपहर के भोजन में चने की दाल, चपाती, लोकी की सब्जी दी गई। कारागृह भोजन व्यवस्था समुचित पाई गई। जिला कारागृह, राजसमन्द के प्रभारी द्वारा बताया गया कि हाईपोक्लोराईड का छिडकाव गत दिवस को किया गया। श्री मनीष कुमार वैष्णव ने निर्देशित किया कि जेल में कार्यरत सभी कार्मिक व बंदी मास्क का प्रयोग करें एवं सेनेटाइजेशन, हाइपोक्लाराइट का छिडकाव प्रतिदिन किया जावे।