देवी अहिल्याबाई होल्कर नारी शक्ति की प्रतीक – मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा

जयपुर 1 जून ( दिव्य शंखनाद) । केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर को समाज सुधारक के रूप में याद किया जाता है, उन्होंने संस्कृति एवं विरासत को पुनर्स्थापित करने का कार्य किया। उन्होंने जीवन में महिला उत्थान को ही अपना लक्ष्य माना। श्री नड्डा ने कहा कि आज देश प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तीकरण के साथ महिला-नेतृत्व विकास की ओर बढ़ रहा है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के तहत लोकसभा एवं विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है।
श्री नड्डा शनिवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित महिला सशक्तीकरण महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर के आदर्शों से प्रेरणा लेकर उनकी 300वीं जयंती पर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने महिला शिक्षा एवं स्वास्थ्य कार्यक्रमों को महिला शक्ति को समर्पित किया है। उन्होंने राज्य सरकार की लाडो प्रोत्साहन योजना को लिंगानुपात सुधार एवं गर्भ की पाठशाला योजना को महिला स्वास्थ्य की दिशा में अच्छी पहल बताया।
देवी अहिल्याबाई ने सामाजिक सुधारों को दिया बढ़ावा: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि 18वीं सदी में देवी अहिल्याबाई जी अपने साहस एवं बुद्धिमत्ता से नारी शक्ति की प्रतीक बनीं। उन्होंने महिला शिक्षा, धर्म, और सामाजिक सुधारों को बढ़ावा दिया। काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण, सोमनाथ मंदिर और देशभर में अनेक तीर्थस्थलों का जीर्णाेद्धार उनके धार्मिक और सांस्कृतिक योगदान का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सनातन संस्कृति का अभूतपूर्व उत्थान-
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से गरीब, महिला, युवा, किसान सहित समाज के हर वर्ग का कल्याण कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज हम सब सनातन संस्कृति के अभूतपूर्व उत्थान के साक्षी बन रहे हैं। उनकी संकल्प शक्ति से अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन में महाकाल महालोक, केदारनाथ एवं बद्रीनाथ मंदिर जैसे हमारे प्रमुख आस्थाधामों को दिव्य एवं भव्य स्वरूप मिला है।
प्रदेश के 5 हजार गांव होंगे गरीबी मुक्त-
श्री शर्मा ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री जी के मुताबिक इस देश में सिर्फ चार जातियां हैं- गरीब, युवा, अन्नदाता और महिला। उनकी प्रेरणा से हमारी सरकार भी इन चारों वर्गों के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। गरीबी मुक्त राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना शुरू की है, जिसके तहत प्रथम चरण में 5 हजार गांवों के बीपीएल परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रदेश में 7 लाख 80 हजार लखपति दीदी-

मुख्यमंत्री ने कहा कि लखपति दीदी योजना में 14 लाख से ज्यादा महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर 7 लाख 80 हजार लखपति दीदी बनाया गया है। लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत 2 लाख 30 हजार बालिकाओं के जन्म पर डेढ़ लाख रुपये का सेविंग बॉण्ड उपलब्ध कराया जा रहा है। कार्यक्रम में लखपति दीदी योजना के तहत 1,800 लाभार्थियों को ऋण वितरित तथा लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत 32 हजार 755 बालिकाओं को 11 करोड़ की राशि हस्तांतरित की गई। बालिकाओं को एसटी प्री-मैट्रिक योजना के तहत करीब 17 हजार बालिकाओं को 5 करोड़ से अधिक की राशि का हस्तांतरण एवं बालिका दुरस्थ शिक्षा योजना के तहत 20 हजार छात्राओं को 10 करोड़ की फीस का पुनर्भरण किया गया। इसके साथ ही गार्गी पुरस्कार और बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत 6 हजार 489 बालिकाओं को लगभग 3 करोड़ 40 लाख रुपये की राशि हस्तांतरित की गई।
शैक्षिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाली वंचित वर्गों की लड़कियों को निःशुल्क आवासीय शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से 5 कस्तूरबा गांधी बालिका शिक्षा विद्यालय का लोकार्पण-शिलान्यास और 2 जनजाति बालिका आश्रम छात्रावासों का लोकार्पण किया गया। इसके साथ ही 40 अन्य सिविल कार्यों का लोकार्पण एवं 10 कार्यों का शिलान्यास किया गया। इसके अतिरिक्त कालीबाई भील मेधावी छात्रा योजना के तहत 2000 छात्राओं को स्कूटी वितरण की गई। कार्यक्रम की शुरूआत में 150 कालिका यूनिट्स को हरी झंडी दिखाई गई।
इसी तरह महिला स्वास्थ्य को समर्पित गर्भ की पाठशाला योजना एवं स्वस्थ नारी चेतना अभियान की शुरूआत की गई। इसके साथ ही, गर्भावधि मधुमेह कार्यक्रम के प्रथम चरण में 10 जिलों में 4 हजार 125 सुविधाओं का शुभारंभ किया गया। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम पर डिजिटल कॉफी बुक का भी विमोचन किया गया|