नाव में प्रभु को विराजित कर यमुना विहार के भाव से नौकायन कराया जाता है|

नाथद्वारा ( दिव्यशंखनाद ) 02 जून | नाथद्वारा द्वितीय पीठ प्रभु श्री विट्ठल नाथ जी मंदिर आज नाव मनोरथ संपन्न हुआ| रतन चौक में जल भर गया| पुष्पों से सुसज्जित नाव में प्रभु श्री विट्ठल नाथ जी को विराजित कर श्री कल्याण राय जी महाराज श्री एवं श्री हरि राय जी बाबा साहब, श्री वाग्धिश बाबा साहब ने एवं वरदान्य राय जी बाबा साहब एवं व्दिजराज बाबा साहब ने प्रभु की की विविध सेवा की|
श्री कल्याण राय जी महाराज श्री हरि राय बाबा साहब ने आरती उतारी| रतन चौक में यमुना जी के भाव से जल भर गया| जिसके चारों तरफ कजली खंभ एवं तोरण लगाकर पुष्पों से सुंदर सजावट की गई| प्रभु को विशेष श्रृंगार धाराएं गए| जिनमें कली की मालाविशेष रूप से धराई गई| उष्णकाल में जो प्रभु की विविध सेवाएं होती है ठाकुर जी को चंदन चोली चंदन की गोटी धराई जाती है| शीतलता के लिए प्रभु के सुखार्थ अनेक प्रकार की औषधियां से युक्त स्नान भी कराया जाता है| इसी के साथ विशेष प्रकार के व्यंजनों का भोग भी लगाया जाता है| इसी क्रम में नाव मनोरथ भी एक प्रकार की विशेष सेवा है| नाव में प्रभु को विराजित कर यमुना विहार के भाव से नौकायन कराया जाता है|