आदेश में क्लास 9-12 के लिए 3 घंटे से ज्यादा ऑनलाइन क्लास नहीं लेने को कहा गया है
जम्मू-कश्मीर में छोटे स्कूली बच्चों पर होमवर्क का बोझ कम करने के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के आश्वासन के एक दिन बाद प्रशासन ने मंगलवार को नए दिशा-निर्देश जारी किया. प्राइमरी से पहले के छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लास सिर्फ आधे घंटे तक और क्लास 1-8 तक के छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लास दिन में अधिकतम डेढ़ घंटे तक होगी. आदेश में क्लास 9-12 के लिए 3 घंटे से ज्यादा ऑनलाइन क्लास नहीं लेने को कहा गया है.
इससे पहले 6 साल की एक कश्मीरी बच्ची का वीडियो ट्विटर पर सामने आया था, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्कूली बच्चों पर होमवर्क और क्लास का बोझ कम करने की अपील कर रही थीं. इसी वीडियो पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट किया था, ‘बहुत ही प्यारी शिकायत. स्कूली बच्चों पर होमवर्क का भार कम करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग को 48 घंटे के भीतर एक नीति बनाने को कहा है. बचपन का भोलापन ईश्वर का उपहार है और बालपन पूरी मस्ती से भरा होना चाहिए.’
मनोज सिन्हा के आदेश के बाद 24 घंटे के भीतर शिक्षा विभाग ने नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए. नए नियमों के बाद उपराज्यपाल ने शिक्षकों से 5वीं क्लास तक के बच्चों को होमवर्क देने से परहेज करने को कहा. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘संबंधित अधिकारी इन फैसलों को सख्ती से लागू कराएं. हमारे बच्चों को खेलने के लिए, माता-पिता के साथ बातचीत के लिए अधिक समय की जरूरत है, जो किसी बच्चे के सीखने का सबसे बड़ा अनुभव हो सकता है.’
बच्ची द्वारा वीडियो के जरिए ऑनलाइन क्लास के दौरान भारी भरकम होमवर्क दिए जाने की शिकायत के बाद ट्विटर पर कई लोगों ने उसकी तारीफ की. उसने कहा कि उसके टीचर ऑनलाइन क्लास में उसे काफी ज्यादा होमवर्क दे रहे हैं. बच्ची ने वीडियो में कहा, ‘सलाम मोदी साहब. मैं एक लड़की बोल रही हूं. मैं 6 साल की हूं. मैं आपको जूम क्लास (ऑनलाइन क्लास) के बारे में बताना चाहती हूं. छोटे बच्चों को मैडम और टीचर ज्यादा काम क्यों देते हैं. इतना काम तो बड़े बच्चों का होता है.’
बच्ची वीडियो में आगे कह रही है, ‘मेरी क्लास सुबह 10 बजे से 2 बजे (दोपहर) तक होती हैं. अंग्रेजी, मैथ्स, उर्दू, ईवीएस और उसके बाद कम्प्यूटर क्लास होती है. इतना ज्यादा काम बड़े बच्चों का होता है, जो सातवीं या 10वीं में पढ़ते हैं. छोटे बच्चों को इतना अधिक होमवर्क क्यों दिया जाता है मोदी साहब?’