कीमत से ज्यादा रेट वसूलने पर प्राइवेट कोविड वैक्सीनेशन सेंटर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
नई दिल्ली | केंद्र सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में दिये जाने वाले वैक्सीन का मैक्सिमम रेट तय कर दिया है. यानी प्राइवेट अस्पताल अब सरकार की तरफ से तय किये रेट से ज्यादा पैसा नहीं वसूल सकेंगे.स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से मंगलवार देर शाम एक आदेश जारी कर बताया गया है कि प्राइवेट अस्पताल कोविशील्ड वैक्सीन (Covishield Vaccine Price) के लिए 780 रुपये, कोवैक्सीन (Covaxin) के लिए 1,410 और स्पूतनिक वी (Sputnik V) के लिए ज्यादा से ज्यादा 1,145 रुपये वसूल कर सकते हैं.
वैक्सीन के रेट निर्धारित करने के साथ हर रोज इसकी निगरानी भी जाएगी. सरकार की तरफ से जारी कीमत से ज्यादा रेट वसूलने पर प्राइवेट कोविड वैक्सीनेशन सेंटर के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी. केंद्र ने राज्यों से कहा है कि 150 रुपये सर्विस चार्ज से ज्यादा प्राइवेट अस्पताल न लें. इनकी निगरानी राज्य सरकारों को करनी है.
केंद्र सरकार ने 21 जून के 18 साल से ऊपर के सभी लोगों मुफ्त वैक्सीन का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ‘राष्ट्र के नाम संदेश’ में इस बात की भी घोषणा की कि अब वैक्सीनेशन का पूरा जिम्मा केंद्र सरकार के पास ही होगा. उन्होंने ऐलान किया कि देश में अब 18 साल के ऊपर के सभी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन दी जाएगी और इसमें तेजी भी लाई जाएगी.
इससे पहले केंद्र सरकार ने बताया कि उसने कोविड-19 रोधी टीकों – कोविशील्ड और कोवैक्सीन की 44 करोड़ खुराक के लिए ऑर्डर दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि निर्माताओं द्वारा कोविड टीकों की इन 44 करोड़ खुराकों की आपूर्ति अगस्त और दिसंबर के बीच की जाएगी.
एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के दिशा-निर्देशों में बदलाव की एक दिन पहले प्रधानमंत्री द्वारा घोषणा किए जाने के बाद केंद्र ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को कोविशील्ड की 25 करोड़ खुराक तथा भारत बायोटेक को कोवैक्सीन की 19 करोड़ खुराक के लिए ऑर्डर दिया है. उन्होंने कहा, ‘इसके अतिरिक्त, दोनों कोविड टीकों की खरीद के लिए 30 प्रतिशत अग्रिम सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक को जारी कर दिए गए हैं.’