जन-प्रतिनिधि होने के कारण हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है
नई दिल्ली | बिहार विधानसभा में विधायको की एंट्री को लेकर बड़ा आदेश जारी किया गया है। इसके अब उन्हीं विधायकों को प्रवेश की अनुमति मिलेगी जिन्होंने कोरोना वैक्सीन लगवा ली है। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नया फरमान जारी किया है। बिहार में कुछ दिनों में ही विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो सकता है, ऐसे में जिन विधायको ने वैक्सीन की डोज नहीं ली, उन्हें परेशानी हो सकती है।
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के इस फरमान से सबसे ज्यादा दिक्कत प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को हो सकती है। दोनों ने अभी तक वैक्सीन नहीं ली है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि वो वैक्सीन लेने वाले अंतिम व्यक्ति होंगे। उनकी सोच है कि पहले आम जनता का वैक्सीनेशन हो जाए।
दरअसल, स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने मानसून सत्र से पहले सभी विधायकों से सपरिवार टीके लगवाने की अपील की है। साथ ही अपने क्षेत्र के लोगों को भी टीके लगवाने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि जिन विधायकों के सौजन्य से उनके क्षेत्र में 80 फीसद से ज्यादा टीके लगवा दिए जाएंगे, उन्हें विधानसभा की ओर से सम्मानित किया जाएगा।
स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीका ही सर्वोत्तम सुरक्षा कवच है, जन-प्रतिनिधि होने के कारण हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है, विधायकों का आम लोगों से सरोकार रहता है, जन-प्रतिनिधियों, राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक कार्यकर्ताओं द्वारा टीका लगाने के लिए जनता को उत्साहित करने पर समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा।
स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि कोरोना वायरस लगातार स्वरूप बदल कर अबूझ पहेली बना हुआ है, तीसरी लहर की संभावना बनी हुई है, हमें सजग और सावधान रहकर इस अदृश्य वायरस का मुकाबला करना होगा और अनमोल जीवन को सुरक्षित रखना होगा।