नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर गांव में बुधवार तड़के बादल फटने की घटना में कुछ घरों के बह जाने के बाद पांच लोगों के शव बरामद किए गए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दाचन तहसील के होनजार गांव में सुबह करीब साढ़े चार बजे बादल फटने की घटना के बाद से 25 से अधिक लोग लापता हैं। पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) मौके पर एक संयुक्त राहत अभियान चला रहे हैं। किश्तवाड़ के जिला विकास आयुक्त अशोक कुमार शर्मा ने कहा, बादल फटने की घटना से प्रभावित गांव में से पांच लोगों के शव अभी तक बचावर्किमयों को मिल चुके हैं। उन्होंने बताया कि बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में छह मकान बह गए।
अंतिम रिर्पोट मिलने तक तलाश एवं बचाव अभियान जारी था। पुलिस महानिदेशक वीके सिंह ने बताया कि मारे गए पांच लोगों में दो महिलाएं हैं। वहीं 25 लोग अब भी लापता हैं। होम गार्ड, नागरिक सुरक्षा तथा एसडीआरएफ के कमांडेंट जनरल भी हैं। उन्होंने कहा, किश्तवाड़ से एसडीआरएफ की हमारी एक टीम प्रभावित गांव पहुंची, दो और टीमें डोडा और उधमपुर जिलों से रवाना हो रही हैं। एसडीआरएफ के दो और दल मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं, उन्हें जम्मू और श्रीनगर से हवाई मार्ग से घटनास्थल पर पहुंचाया जाएगा।
सिंह ने कहा कि बादल फटने से छह मकान और एक राशन की दुकान क्षतिग्रस्त हुईं। किश्तवाड़ के जिला विकास आयुक्त ने बताया कि सुदूर लोम्बार्ड क्षेत्र में रात को बादल फटने की दो और घटनाएं हुईं लेकिन वहां किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। शर्मा ने कहा, अवसंरचनाओं को नुकसान पहुंचा है लेकिन उसकी उचित जानकारी मिलना अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि लगातार बारिश को देखते हुए पद्दार क्षेत्र से करीब 60 परिवरों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जम्मू में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। जुलाई माह के अंत तक और अधिक बारिश होने का अनुमान है, जिसके चलते किश्तवाड़ के अधिकारियों ने जलाशयों के निकट रहने वाले और फिसलन वाले क्षेत्रों के लोगों से सतर्क रहने को कहा है।