राजसमंद | श्री पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ प्रन्यास के श्री द्वारकाधीश मंदिर में बुधवार को तृतीय पीठाधीश्वर गोस्वामी बृजेश कुमार महाराज की आज्ञा से सावन भादो का मनोरथ आयोजित किया गया। इस मनोरथ के लिए पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक रूप से पानी की पाइप लाइनों से सजाया गया | श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर के सिंह पॉल से होते हुए दाऊजी मंदिर से द्वारकाधीश प्रभु के निज मंदिर तक पहुंचे | इस दरमियान पूरे मार्ग में पानी की बौछारें श्रद्धालुओं पर गिरती रही और श्रद्धालु श्रद्धा और भक्ति से सराबोर होते रहे |
द्वारकाधीश प्रभु के सम्मुख भी जब दर्शनार्थी दर्शन कर रहे थे तब भी निरंतर उनके ऊपर जल वर्षा हो रही थी | प्रभु द्वारकाधीश को निज मंदिर स्थित रतन चौक में विराजित किया गया | जहां प्रभु के लिए विशेष फूलों से सुसज्जित छतरी का निर्माण किया गया जिसमें प्रभु को विराजित किया गया | प्रभु के सम्मुख मोर ,पपैया, कोयल और नाना प्रकार के पक्षियों के खिलौने रखे गए | वहीं पूरे रतन चौक परिसर में आकर्षक रूप से पर्वतों की कंदरा बनाई गई जो गिरिराज जी पर्वत का अनुभव करवा रही थी | वही पूरे परिसर को आकर्षक बगीचे के रूप में सजाया गया | रतन चौक परिसर में लगाई गई आकर्षक एलईडी लाइटिंग इस आनंद को द्विगुणित कर रही थी वही बीच-बीच में स्पीकर के माध्यम से कोयल मोर और घटा ओं की आवाज बारिश का अनुभव करवा रही थी |

इन दर्शनों को करने के लिए दूरदराज के क्षेत्र से भी श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे जो की पूरी तरह से जल में भीगे हुए नजर आए और जब द्वारकाधीश मंदिर से बाहर आए तो प्रभु के इस आनंद के जयकारे लगाने से अपने आप को नहीं रोक पाए | इससे पूर्व सिंगार में प्रभु श्री द्वारकाधीश को श्री मस्तक पर कि तिरंगी लहरिया का फे, जिस पर तिरंगी कतरा, तिरंगी लहरिया का बड़ा पिछोड़ा, हीरा के आभरण और गुलाबी ठाड़े वस्त्र अंगीकार करवाए गए | यह मनोरथ द्वारकाधीश मंदिर के सेवादारों द्वारा बारिश की कामना को लेकर करवाया गया था जो कि विगत 4 वर्षों बाद आयोजित हुआ |