राजसमन्द 12 मार्च। महात्मा गांधी की 150 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में देशभर में शुक्रवार को दांडी मार्च दिवस के अवसर पर प्रारंभ हुए आजादी का अमृत महोत्सव के तहत जिले में महात्मा गांधीजी के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से दांडी मार्च का आयोजन शहीद पार्क कलेक्ट्रेट परिसर से प्रातः 11 बजे जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल एवं उपखंड अधिकारी राजसमंद सुशील कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दांडी मार्च यात्रा का आयोजन बाल निकेतन गांधी सेवा सदन में महात्मा गांधीजी की प्रतिमा के सामने संपन्न हुआ। दांडी मार्च के बाद विद्यालय के सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
जिला स्तरीय समारोह का शुभारंभ
जिला स्तरीय समारोह का आयोजन जिले के शहीद पार्क से किया गया। जहां जिला कलक्टर पोसवाल तथा राजसमन्द उपखण्ड अधिकारी ने दांडी यात्रा को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। पदयात्रा में स्काउट, आशा सहयोगिनी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, नर्सिंग प्रशिक्षणार्थियों, स्कूली छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। पदयात्रा जिला परिषद, नगर परिषद तथा पुरानी कलेक्ट्री होते हुए गांधी सेवा सदन संपन्न हुई।
गांधी सेवा सदन विद्यालय के सभागार में गांधी विचार दर्शन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य कार्यकारी अधिकारी निमिषा गुप्ता व अध्यक्षता अतिरिक्त जिला कलेक्टर कुशल कुमार कोठारी ने की। इस अवसर पर समाजसेवी नारायण सिंह भाटी एवं बहादुर सिंह चारण भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने महात्मा गांधी के आदशोर्ं को जीवन में अपनाने की बात कही। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने महात्मा गांधी के जीवन से संबंधित संस्मरण उपस्थित बालकों, एएनएम ट्रेनी महिलाओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं तथा स्वीप टीम के कार्मिकों अन्य अध्यापकों से जीवन में अपनाने की अपील की।
संगोष्ठी में वक्ताओं ने गांधी जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गांधीजी की प्रासंगिकता आज के दौर की ओर बढ़ रही है। गांधीजी ने सत्य अहिंसा और शांति के मार्ग पर चलकर आजादी के आंदोलन का सफल नेतृत्व किया था। विद्यालय की बालिकाओं ने भजन वैष्णव जन तेने तेने की सुंदर प्रस्तुति दी। संगोष्ठी के प्रारंभ में गांधी प्रतिमा पर माला तथा दीप प्रज्वलन किया गया। समारोह में रामप्रकाश, राजेश जोशी, रूपेश पालीवाल, नारायण सिंह राव, धमेर्ंद्र गुर्जर और राधेश्याम राणा उपस्थित थे। कार्यक्रम के आयोजक विकास अधिकारी भुवनेश्वर सिंह चौहान ने अंत में सभी का आभार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम का संचालन दिनेश श्रीमाली ने किया।