उदयपुर (दिव्य शंखनाद)। श्री एकलिंगजी ट्रस्ट द्वारा बताया गया कि फाल्गुन कृष्णा चतुर्दशी तदनुसार 1 मार्च 2022 मंगलवार को कैलाशपुरी स्थित मंदिर श्री एकलिंगजी में महाशिवरात्रि का महोत्सव रात्रि 10.00 बजे से मनाया जाएगा। (1/3/2022 को त्रिकाल पूजा सामान्य दिनों की तरह होती है।)
महाशिवरात्रि विशेष पूजा रात्रि 10.00 बजे से आरम्भ होती है जो चार प्रहर तक निरन्तर चलती रहती है और दूसरे दिन दिनांक 2.3.2022 प्रातः 11.30 से 12.00 बजे के बीच पूर्ण होती है। चारों प्रहर की पूजा में विशेष श्रृंगार, किया जाता है। विशेष पंचामृत धारण होता है। पंचामृत: महाशिवरात्रि पर चारों प्रहर की पूजा में प्रत्येक प्रहर में 13 रूद्रीपाठ होते हैं। प्रत्येक प्रहर में सवा नौ किलो प्रत्येक दूध, दही, घी, शहद एवं शक्कर से पंचामृत धारण श्री एकलिंगनाथ के होता है। इस प्रकार कुल 46¼ किलो की मात्रा में पंचामृत की सामग्री एक प्रहर में चढ़ाई जाती है एवं 52 रूद्राभिषेक होते हैं।
महाशिवरात्रि पर पैलेस बैण्ड सेवा में चारों प्रहर बजता रहता है। महाशिवरात्रि पर चारों प्रहर की पूजा में दर्शन मंगलवार दिनांक 1.3.2022 रात्रि 10.00 बजे से दूसरे दिन दिनांक 2.3.2022 बुधवार अपरान्ह तक निरन्तर खुले रहेंगे, क्योंकि महाशिवरात्रि की पूजा निरन्तर चलती रहती है। दर्शनार्थी बुधवार सुबह 11.30 बजे तक महाशिवरात्रि के दर्शन लाभ ले सकेंगे, इसके बाद नियमित त्रिकाल पूजा आरम्भ होगी जिसके चलते सामान्य दर्शन पुनः बुधवार दिनांक 2.3.2022 रात्रि 8 बजे तक लगातार खुले रहेंगें।
अपील:- ट्रस्ट की ओर से सभी श्रद्धालुओं से अपील की जाती है कि वे मंगलवार सुबह की बजाय 1.3.2022 मंगलवार रात्रि 10.00 बजे से बुधवार दोपहर तक शिवरात्रि के दर्शनों का लाभ लेवें। श्रद्धालु कोरोना महामारी के चलते सरकार के दिशा-निर्देशों की पालना अवश्य करें।