खमनोर में आयोजित हुआ आशा सम्मेलन
राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। परिवार में किसी सदस्य को अचानक कोई दुर्घटना या गंभीर बिमारी होने पर हॉस्पीटल में भर्ती होना पड़ता है, और उसके परिवार को कर्ज लेकर या खेत गिरवी रख कर उपचार करवाना पड़ता है। ऐसे विकट समय में परिवार आर्थिंक संकट में आ जाता है। इसलिये जरूरी है हम अपने गांव-ढांणी व मौहल्ले में रहने वाले प्रत्येक परिवार को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़े। यह निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रकाश चन्द्र शर्मा ने खमनोर ब्लॉक में आयोजित आशा सम्मेलन में व्यक्त किये।
उन्होंने कहा की योजना के तहत सभी बिमारीयों के 1700 से अधिक पैकेज उपलब्ध है, 1200 से अधिक हॉस्पीटल में उपचार करवाया जा सकता है। योजना के तहत मरीज प्राईवेट और सरकारी जिसमें चाहै बिल्कुल कैशलेस उपचार करवा सकता है। अब स्वास्थ्य बीमा की राशि भी 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख कर दि गई है। योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के पात्र परिवार, लघु एवं सीमान्त किसानो, संविदा कर्मियो, कोविड असहायो का निःशुल्क बीमा किया जा रहा है। वही अन्य परिवारों को केवल 850 रूपयें में 10 लाख तक के उपचार की सुविधा बिल्कुल कैशलेस दी जा रही है तथा योजना के तहत 5 लाख का दुर्घटना बीमा भी मुफ्त दिया जा रहा है। योजना के तहत सभी प्राईवेट चिकित्सा संस्थानों में चिरंजीवी मित्र नियोजित किये गये है।
उन्होंने बताया की पूरे मार्च में विभाग द्वारा इन्टीग्रेटेड अप्रोच के साथ प्रत्येक राजस्व गांव में शिविरो का आयोजन किया जायेगा। जिसमें चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से वंचित परिवारो का रजिस्ट्रेशन, कोविड वैक्सीनेशन से वंचित लोगो का वैक्सीनेशन, गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिये स्क्रीनिंग एवं जांच, विकलांगता प्रमाण पत्र, सिलिकोसिस स्क्रीनिंग, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य एवं नियमित टीकाकरण का कार्य किया जायेगा। इसके लिये कैंप से पूर्व बेहतर तैयारी करें तथा सभी वंचितो को सेवाओ से लाभान्वित करें। सम्मेलन में बेहतर कार्य करने वाली आशा सहयोगिनीयों को पुरूस्कार वितरण किये गये। सम्मेलन में सभी आशा सहयोगिनीयां उपस्थित थी।