गोवर्धन पुजा चौक में होंगे राल के दर्शन
राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। श्री पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ प्रन्यास के द्वारकाधीश मंदिर में आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तृतीय पीठाधीश्वर गोस्वामी बृजेश कुमार महाराज ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है, जिसके तहत अब से प्रभु द्वारकाधीश मंदिर में आयोजित होने वाले राल के दर्शन रतन चौक में ना होकर गोवर्धन पुजा चौक में आयोजित होंगे।
द्वारकाधीश मंदिर में रविवार को एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई जिसमें मंदिर कार्यकारी अधिकारी विनीत सनाढ्य ने बताया कि प्रभु द्वारकाधीश मंदिर में फागण माह में राल के दर्शन आयोजित होते हैं। जिन्हें करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचते हैं और मंदिर पहुंचने वाले हर एक श्रद्धालुओं के मन में राल के दर्शन करने की लालसा रहती है। परंतु मंदिर परिसर में हर एक को राल के दर्शन करवाना संभव नहीं हो पा रहा और समय के साथ-साथ दर्शनार्थियों की बढ़ती भीड़ मंदिर प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है, क्योंकि इतनी अधिक भीड़ से कभी भी कोई बड़ा हादसा होने का खतरा हर समय बना रहता है।
इसी को देखते हुए महाराज ब्रजेश कुमार द्वारा ऐतिहासिक फैसला आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया इसके तहत अब से प्रभु द्वारकाधीश के सम्मुख राल की परंपरा का निर्वहन होने के बाद गोस्वामी परिवार और मुखिया जी नीचे गोवर्धन चौक में आकर श्रद्धालुओं के बीच में राल उड़ाएंगे उसके बाद आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन खोले जाएंगे जिन्हें खेवा पद्धति के माध्यम से दर्शन करवाए जाएंगे राल के दर्शन में ऐतिहासिक बदलाव सुरक्षा की दृष्टि से द्वारकाधीश मंदिर में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा भविष्य में इसमें महाराज बृजेश कुमार की आज्ञा से बदलाव किए जा सकते हैं। इस मौके पर द्वारकाधीश मंदिर अधिकारी भगवतीलाल पालीवाल सहायक अधिकारी गणेश लाल साचिहर और समाधानी राजकुमार गोरवा उपस्थित थे मंदिर में दिनांक 14, 15, 16 और 17 को राल के दर्शन आयोजित होंगे।