बाल कल्याण समिति ने जाकर ली स्वास्थ्य जानकारी
राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। राजसमन्द में विगत तीन केस जिसमे एक शिशु बालिका को झाड़ी में डालने से मृत्यु व दो शिशु बालिका को मियारी केलवा के सार्वजनिक शौचालय में प्राप्त संक्रमित हो जाने व इन्फेक्शन हो जाने से उनका आर के चिकित्सालय में इलाज व उदयपुर चिकित्सालय में इलाज के दौरन मृत्यु हो गई।
ऐसे में बुधवार देर शाम आर के चिकित्सालय के पालना गृह में जन्म के कुछ घण्टे बाद ही एक शिशु बालिका के छोड़ कर जाने के एक मिनिट बाद अलार्म बजने पर शिशु गहन चिकित्सा इकाई से चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ ने पहुँच कर शिशु को भर्ती किया। डॉ. ललित पुरोहित द्वारा बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल को जानकारी दी जिस पर शिशु गृह के कॉर्डिनेटर प्रकाश चन्द्र सालवी को आवश्यक निर्देश दिए व कॉर्डिनेटर तथा आया रोशनी पहुचे जिनके द्वारा व डॉ. सारांश तथा स्टाफ के द्वारा विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
डॉ. ललित पुरोहित के द्वारा बताया कि बालिका के लिए मदर मिल्क बैंक से दुग्ध दिया जा रहा है व बालिका एन आई.सी.यू निरीक्षण में है। बालिका की आयु दो दिवस की हो गई तथा अध्यक्ष कोमल पालीवाल ने पीएमओ डॉ. ललित पुरोहित से बालिका के स्वास्थ्य को लेकर जानकारी ली। डॉ. पुरोहित ने बताया कि बालिका स्वस्थ है व नियम के अनुसार तीन दिवस ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा।बालिका के प्राप्त होने पर अध्यक्ष कोमल पालीवाल, सदस्य बहादुर सिंह चारण, हरजेंद्र सिंह चोधरी, रेखा गुर्जर, सीमा डागलिया के द्वारा शिशु को रोड़ी, झाड़ी, रोड़ किनारे या बाथरूम में नही छोड़ कर पालना गृह में छोड़ने पर जीवन बच सकता है की बात कही। अध्यक्ष पालीवाल ने कहा किसी विशेष परिस्थितियों में जैसे अवांछित शिशु या कोई नही रखता है, तो ऐसे में समय पर फेंके नही हमे दे आश्रय पालना गृह में व्यवस्थित रूप से छोड़ने पर बालक को नव जीवन मिल जाता है व छोड़ने वाले पर भी कोई कार्यवाही नही होती है।