वनों के उपयोगिता के सम्बन्ध में जानकारी दी
राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। विश्व वानिकी दिवस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में तथा अन्य विभागों के सहयोग से जिले में कुल 14 विधिक साक्षरता शिविर आयोजित कर लगभग 1545 व्यक्तियों को वनों के महत्व, वनों के फायदे, वनों के संरक्षण और उपयोगिता के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गई।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री मनीश कुमार वैष्णव सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) ने बताया कि दिनांक 21 मार्च को जिला मुख्यालय सहित जिले के विभिन्न स्थानों पर विविध आयोजन किए गए। जिला मुख्यालय पर वन विभाग के सहयोग से बालकृष्ण विद्या भवन, कांकरोली तथा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में पोस्टर अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस पर एवं निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक इसमें भाग लिया दोनों ही विद्यालयों में आयोजित उक्त प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बालक-बालिकाओं को वन विभाग द्वारा प्रशस्ति-पत्र एवं पुरस्कार वितरण किया गया।
श्री वैष्णव ने उक्त कार्यक्रमों में बताया कि एक पौधे को लगाने मात्र से ही कर्तव्य पूर्ण नहीं हो जाता है, वरण् इस पौधे को बड़ा होने तक सुरक्षित रखना समय-समय पर पानी देना और जीव-जन्तुओं से बचाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने वनों के महत्व को बताते साथ ही वनों के माध्यम से ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करने एवं जैव-विविधता एवं जल संरक्षण में भी तेजी होने के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में उपवन संरक्षक श्री विनोद कुमार राय, श्री शंकर लाल चौधरी व विद्यालय के प्रधानाचार्य व अध्यापकगण उपस्थित थे।
जिला न्यायालय परिसर में भी जिला एवं सेशन न्यायाधीश महोदय की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित कर पौधारोपण किया गया, जिसमें समस्त न्यायिक अधिकारी, अधिवक्तागण, न्यायिक कर्मचारी एवं समाजसेवी उपस्थित थे। अन्य स्थानों पर वनों के महत्व उपयोगिता फायदे सहित अन्य विधिक प्रावधानों की जानकारी प्रदान की गई।