नाथद्वारा (दिव्य शंखनाद)। पुष्टिमार्गीय द्वितीय पीठ प्रभु श्री विट्ठलनाथजी मंदिर में यज्ञोपवीत संस्कार कार्यक्रम के अंतर्गत द्वितीय पीठ प्रभु श्री विट्ठलनाथजी राजभोग के दर्शन में चैत्री गुलाब की मंडली में बिराजे।
मंदिर के रतन चौक में सुंदर गुलाब की मंडली बनाई गई। ठाकुर जी के श्री मस्तक पर मुकुट हिरे मोती के आभरण घराये। शयन दर्शन में गणगौर की सवारी मनोरथ होगा। चुंदड़ी गणगौर की सजावट की गई है, मध्य में प्रभु विराजेंगे चारों तरफ सुंदर सखियां ब्रज गोपीकाओं के भाव से सजाई जाएगी।
यज्ञोपवित संस्कार कार्यक्रम के अंतर्गत आज गणेश स्थापना एवं कुल देवता की स्थापना की गई। विशाल पांडाल मैं भव्य सजावट की गई पंड्या जी द्वारा वैदिक शास्त्रोक्त रीति रिवाज से श्री गणेश स्थापना की गई एवं सायंकाल भव्य रास गरबा का आयोजन किया गया है। जिसमें स्थानीय एवं बाहर से पधारे हुए वैष्णव आनंद का लाभ ले सकेंगे। इस कार्यक्रम में पधारे हुए वल्लभ कुल के आचार्य एवं कई गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे।