नाथद्वारा (दिव्य शंखनाद)। धर्म और सम्प्रदाय के धर्माचार्य व संत अपने अपने धर्म और सम्प्रदाय के मर्म को प्रवचनों के माध्यम से श्रोताओं को समझाने में कुशल होते हैं वैसा ही नजारा देखने को मिला वल्लभ विलास में आयोजित पुष्टिमार्गीय प्रवचन प्रतियोगिता में।
जिसमें प्रतियोगिता में भाग लेने आये प्रतिभागियों ने पुष्टि सम्प्रदाय के सिद्धान्तों, पुष्टिमार्गीय सेवा प्रणाली व वल्लभ दर्शन की गूढ़ता को सहज, सरल व सरस ढंग से समझाया। पुष्टि प्रसार अधिकारी दयाशंकर पालीवाल ने बताया कि स्थानीय एवं बाहर की विभिन्न संस्थाओं से आये विविध वर्ग के प्रतियोगियों ने अपने कुशल प्रवचनों द्वारा श्रोताओं को मंत्रगुग्ध कर दिया।
वल्लभाचार्य महाप्रभु के प्राकट्य, जीवन प्रसंग, असुर व्यामोह लीला, ब्रह्म सूत्र अणुभाष्य आदि विषयों पर भावपूर्ण, अनूठी व उच्चस्तरीय प्रस्तुतियों से सभी को ज्ञान व भक्ति भावों से भर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराणा मेवाड़ के हारित ऋिषि सम्मान से सम्मानित पं0 विष्णुदत्त पुरोहित ने की तथ मुख्य अतिथि श्याम सुन्दर गिरनारा थे।