राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। घर-घर औषधि योजना क्रियान्वयन, जिला पर्यावरण समिति राजसमन्द एवं जिला ईको ट्यूरिज्म समिति की बैठक।
घर-घर औषधि योजना की टास्क फोर्स, जिला पर्यावरण समिति एवं जिला ईको ट्यूरिज्म की बैठक जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कलक्टर कार्यालय में आयोजित की गयी।
बैठक में जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना ने राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एन.जी.टी.) के आदेशो की पालनार्थ डंपिग साईट एवं सॉलिड/प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेन्ट, घर-घर कचरा संग्रहण एवं खतरनाक अपषिष्ठ का अलग-अलग एकत्रीकरण , बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेन्ट, जिले में प्रत्येक गांव में एक जलाषय का आंकलन कर वेटलेण्ड चिन्हित करना एवं मैनेजमेन्ट प्लान तैयार करना, अवैध बजरी खनन, तथा सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक के संबंध में जिला कलक्टर ने सभी विभागो को निर्देश दिये गये की सभी सरकारी कार्यालयों में तत्काल प्रभाव से सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाई जावें।
इस अवसर पर उपवन संरक्षक विनोद राय ने बताया कि घर घर औषधि योजना में आने वाले वर्षा ऋतु में भी इस वर्ष शेष 1.21 लाख परिवारो को पौधे वितरीत किये जाने है। इस हेतु वन विभाग के 8 पौधषाला में 10.65 लाख औषधि पौधो की तैयारी शुरू की जा चुकी है। इस बारयोजना अनुसार जिले के 253 आगनवाडी केन्द्रों में मेडिसनल प्लान्ट कोर्नर तैयार किये जाने है। जिसमें घर-घर औषधि योजना के चारो प्रजाति के पौधे लगाये जाएगे।
इस अवसर पर बैठक में बैठक में इस अवसर पर बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी , उत्साह चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर रामचरन शर्मा, एसीईओ अनिल सनाढय, सीएमएचओ, नगर परिषद आयुक्त जनार्दन शर्मा ,महिला बाल विकास के उपनिदेशक, नन्दलाल मेघवाल, रीको के अजय पण्डया, उद्योग केन्द्र के राजेन्द्र त्यागी सहित सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारी और कार्मिक मौजूद रहे।