राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। श्री पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ प्रन्यास के श्री द्वारकाधीश मंदिर में मंगलवार को तृतीय पीठाधीश्वर गोस्वामी बृजेश कुमार महाराज की आज्ञा से प्रभु द्वारकाधीश को नाव के मनोरथ में विराजित किया जाएगा।
इसके लिए मंदिर में तैयारियां पूरे जोर-शोर के साथ चल रही है मंदिर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया, कि मंगलवार शाम को प्रभु द्वारकाधीश मंदिर में उथापन दर्शन के बाद सीधे शयन के दर्शन होंगे भोग आरती के दर्शन आम श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोले जाएंगे। शयन के दर्शन में प्रभु द्वारकाधीश को विशेष फूलों का श्रृंगार धराया जाएगा। उसके बाद रतन चौक में भरे जल में प्रभु की नाव उतारी जाएगी और प्रभु द्वारकाधीश को नाव में विराजित किया जाएगा।
यहा भक्त प्रभु द्वारकाधीश के जल विहार के दर्शन कर पाएंगे, इन दर्शनों को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है क्योंकि 4 वर्ष के बाद प्रभु द्वारकाधीश के नाव मनोरथ आयोजित हो रहा है। इसको लेकर मंदिर प्रशासन ने भी पूरी तैयारियां की है दर्शन की व्यवस्था जो है, उसमें परिवर्तन किया गया है। मंगलवार को उत्थापन दर्शन के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए संध्या आरती भोग के दर्शन नहीं होंगे और सीधे ही शयन दर्शन खुलेंगे जो सांय 6:45 बजे के करीब खुलेंगे श्रद्धालुओं को खेवा पद्धति से गोवर्धन चौक से दर्शन करवाए जाएंगे।