राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। मनीष कुमार वैष्णव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमंद द्वारा जिला कारागृह 19 जुलाई 2022 को दोपहर 2:25 पर औचक निरीक्षण कर भोजन, सफाई इत्यादि की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।
वैष्णव ने नवीन प्रवेशित बंदियों से संवाद किया। वक्त निरीक्षण कारागृह में 137 बंदी निरूद्ध मिलें जो कारागृह की बंदी क्षमता से लगभग दो गुने से अधिक है। वैष्णव ने नवीन प्रवेशित बंदियों से वार्ता कर उनके अधिक्ता नियुक्त होने के सबंध में जानकारी ली। वक्त निरीक्षण कारागृह में सांयकालीन भोजन की तैयार की जा रही थी एवं चाय वितरीत की जा रही थी जिसकी वैष्णव ने गुणवता की जांच की। श्री
वैष्णव द्वारा पेयजल हेतु वाटर कुलर के टैंक की जांच की गयी तो टेंक की तले में मिट्टी जमी हुई होना पाया गया तथा गृह प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई कि आर.ओ. सिस्टम खराब है जिस वजह से बंदी दुषित पानी पीने हेतु मजबुर है इस पर वैष्णव ने कड़ी नाराजगी जताते हुये अविलंब आर.ओ. सिस्टम को दुरस्त करवाने के निर्देश दिये साथ ही बैरक में पुस्तकालय हेतु रखी आलमारी को बैरक से हटवाकर व्यवस्थित रखवाने एवं बैरक के बाहर बरामदे के आगे छज्जे नहीं होने से बारिश का पानी बरामदे में आता है एवं क्षमता से अधिक बंदी निरूद्ध होने के कारण बंदियों को बरामदे में आवासरत होने से उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है वैष्णव ने उचित व्यवस्था करवाने के निर्देश दिये।
कारागृह की सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। वैष्णव ने सभी बंदियों को कोविड-19 की बुस्टर डोज लगवाने के निर्देश दिये। वैष्णव ने विधिक सहायता क्लिनिक के सबंध में भी जानकारी ली। उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता, नालसा लीगल सर्विस ऐप, मध्यस्थता, पीड़ित प्रतिकर, श्रमिक कल्याण की योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
प्राधिकरण सचिव ने किया शिशु गृह का निरीक्षण
मनीष कुमार वैष्णव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमंद द्वारा शिशु गृह का निरीक्षण कर दिनांक 19 जुलाई, 2022 को सांय 3:30 बजे औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।
वक्त निरीक्षण गृह में 2 शिशु आश्रयरत पाये गये। जिनमें से एक शिशु बालिका की उम्र 4 माह एवं अन्य शिशु बालक की उम्र 1 माह है। डॉ. सारांश सबंल द्वारा 1 जुलाई 2022 को शिशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। दोनो शिशु स्वस्थ है एवं उनके नियमानुसार टीकाकरण किया जा रहा है। गृह की सफाई व्यवस्था संतोषजनक है। गृह प्रभारी द्वारा जानकारी दी गई कि अब तक कुल 22 बालक-बालिकाओं का आश्रय दिया जा चुका हैं एवं उनमें से 11 बालक-बालिकाओ को दतक दिया जा चुका है। वक्त निरीक्षण प्रकाश चंद्र सालवी गृह प्रभारी एवं श्रीमती सीता देवी आया उपस्थित रही एवं निरीक्षण में सहयोग किया।