राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। उपनिदेशक कृषि विस्तार (आत्मा) सभागार में आज मंगलवार को सिंचाई प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान कोटा (आई.एम.टी.आई. कोटा) एवं जिला कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई राजमसन्द (डी.पी.एम.यू. राजमसन्द) के तत्वधान में अटल भू-जल योजना के अन्तर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण ब्लॉक स्तरीय एवं क्षमतावर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण में अटल भू-जल योजना अन्तर्गत ग्राम पंचायतों में बनाये गये पूर्व के वाटर सिक्यूरिटी प्लान व वित्तीय वर्ष 2022-23 में विभिन्न विभागों द्वारा ग्राम पंचायतों में कराये जा रहे भू जल संरक्षण एंव संवर्धन के कार्यों का प्रस्तुतिकरण किया गया।
नोडल अधिकारी द्वारा अटल भूजल योजना की जानकारी देते हुए योजना के मूल उद्देश्यों- जन सहभागिता से जल प्रबंधन को मजबूत करना वाटर रिचार्ज एवं गिरते हुए जल स्तर को रोकने पर चर्चा की गई तथा ग्राम पंचायत स्तर पर जनसहभागिता के साथ ये योजना कितनी सार्थक एवं आवश्यक है इस पर एक दूसरे के विचार विमर्श किये जाने तथा आपसी समन्वय से किस प्रकार गिरते जल स्तर को रोका जावें इस पर विस्तुत चर्चा की गई साथ ही जिले के सभी अधिकारियों से आग्रह किया की अधिक से अधिक जल संरक्षण के कार्या जनसहभागिता दी जाये साथ ही योजनान्तर्गत प्रोत्साहन राशि के घटकों पर विस्तुत चर्चा की गई।
भुवनेश्वर सिंह चौहान, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजसमन्द द्वारा योजना के मूल उद्देश्य प्राप्ति हेतु सभी प्रतिभागियों से सहयोग की अपील की व वर्षा जल भूगर्भ तक पहुॅचाने के लिये गॉव के कुऐ, तालाब आदि के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही उन्होनें सुझाव दिया कि प्रतिभागियों से प्रशिक्षण के अन्त में फीड बैक और उनके सवालों के संतुष्ठीपूर्ण जवाबों के साथ प्रशिक्षण को पूर्ण किया गया।