जिला कलक्टर सक्सेना ने बालिका को भावी माता-पिता को दिया गोद मे
राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। जिले के आर.के. चिकित्सालय के पालना गृह में गत तीन माह पूर्व कुछ घंटे के नवजात बालिका प्राप्त होने पर उसे स्वास्थ्य लाभ दिया। बाल कल्याण समिति के आदेश से शिशुगृह में रखने का आदेश दिया गया। बाल कल्याण समिति, अध्यक्ष कोमल पालीवाल ने बताया कि बालिका के मिलने के 30 दिवस तक किसी के भी द्वारा शिशु बालिका के संबंध में कोई आपत्ति नही मिलने पर उसे लिगल फ्री किया गया। तब शिशु गृह के कॉर्डिनेटर प्रकाश सालवी के द्वारा एवं सहायक निदेशक व अधीक्षक जयप्रकाशसिंह चारण के निर्देश से कारा पोर्टल गोद की प्रक्रिया की गई।
शिशु बालिका के गोद की प्रक्रिया के तहत बालिका को आंध्रप्रदेश निवासी भावी माता-पिता का चयन होने पर मंगलवार को शिशुगृह पहुंचे जहा पर बालिका के स्वास्थ्य जांच शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. सारांश संबल के स्वास्थ्य जांच की गई तथा सेन्ट्रल एडॉप्शन रिसोर्स ऑथोरिटी के नियम के तहत कार्यवाही पूर्ण की गई।
जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना ने शिशु बालिका मनस्वी को अपनी गोद में लेकर भावी माता पिता के गोद में सुपूर्द किया। इस दौरान बालिका शिशु ने अपने भावी माता-पिता की गोद में आने पर मुस्करा कर उनका अभिवादन किया। माता के द्वारा बालिका को गले से लगाया गया। इस अवसर पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल, सहायक निदेशक जयप्रकाशसिंह चारण, कॉर्डिनेटर प्रकाश सालवी, रणछोड गर्ग, कपिल चारण, सामाजिक कार्यकर्ता सुमन शर्मा, आया सुगना छिपा व सुनीता उपस्थित रहे। अभी तक शिशुगृह से बाल कल्याण समिति के द्वारा लिगल फ्रि किये गये कुल 4 शिशु बालक व 08 शिशु बालिका को गोद की विधिक प्रक्रिया के तहत गोद दिया जा चुका है, जिसका समय-समय पर शिक्षा, स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जाती है।