राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गोवंश में फैल रहे लंपी त्वचा रोग से बचाव के लिए प्रदेश के समस्त जिलों के जिला कलेक्टर सहित पशुधन चिकित्सकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।
वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश की समस्त गौशालाओं एवं बड़े पशुपालकों के पशु बाड़ों में मच्छर, मक्खी व टिक्स आदि की पॉपुलेशन को कंट्रोल करने के लिए साइपरमैथरीन घोल का छिड़काव समस्त पशु बहारों में किया जाए जिसका 3 उस प्रति लीटर में करना है इसी प्रकार छोटे बाड़ों में सूखे गोबर के साथ नीम के पत्ते, गूगल एवं कपूर को मिला कर दो बार धुंआ करें। उन्होंने कहा कि पशुपालक प्रतिदिन पशु बाड़े की अच्छे से सफाई करें तथा जिस पशु मैं यह संक्रमण फैला हुआ है उसे तुरंत स्वस्थ पशुओं से अलग करें और उसे नजदीकी पशु चिकित्सालय में ले जाएं।
मुख्यमंत्री ने सभी पशुपालकों से आह्वान किया है कि वह संभव हो सके तो अभी अपने पशुओं को बाड़े में ही रखें और खेत पर नहीं ले जाएं जिससे खेत पर होने वाले मच्छरों से बचा जा सके और इस दौरान नए पशुओं की खरीद-फरोख्त से बचें। उन्होंने जानकारी देते हुए आमजन से भी अपील की है कि यह संक्रमण पशुओं से मनुष्यों में नहीं फैलता है और वे जन जागरण कर अधिक से अधिक पशुपालकों को इस बारे में अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि दूध को अच्छी तरह से उबालकर ही उपयोग में ले।