उदयपुर (दिव्य शंखनाद)। ‘आल इण्डिया म्युजियम एन्युल कॉन्फ्रेंस-2022’ के समापन समारोह में महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के ट्रस्टी, महाराज कुमार लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर देशभर से आए सदस्यों का स्वागत करते हुए उन्होंने देश में विद्यालयों, महाविद्यालयों के साथ-साथ संग्रहालयों को भी देश के निर्माण में अपने दायित्व को निभाने पर बल दिया। हमारी भावी पीढ़ी के शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं चारित्रिक निर्माण में हमें उन्हें देश की अतुलनीय संस्कृति से जोड़ने की आवश्यकता है।
मेवाड़ ने देश-विदेश की सभी भाषाओं का सम्मान करते हुए कहा कि भाषा ही है जो हम सभी को एक दूसरे से जोड़ती है। उन्होंने कहा पश्चिमी संस्कृति के स्थान पर हमें सूर्योदय वाली संस्कृति पर ध्यान देने की आवश्यकता है। महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 2 दिवसीय ‘आल इण्डिया म्युजियम एन्युल कॉन्फ्रेंस-2022’ के विदाई सत्र में उनकी उपस्थिति पर म्युजियम एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष डॉ. पी.के. शर्मा ने लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को शॉल ओढ़ाकर उनका सम्मान किया तथा सचिव डॉ. आनन्द वर्धन ने मेवाड़ के बलिदान, गौरवशाली संस्कृति, परम्पराओं को याद करते हुए लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ तथा मेवाड़ राजवंश के सम्मान में अपने विचार प्रस्तुत किये। प्रातःकालीन सत्र में म्युजियम एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के सदस्यों को प्रातः 6.45 बजे हेरिटेज वॉक करवाई गई।
कॉन्फ्रेंस में भाग लेने आए सदस्य उदयपुर की विरासत और प्राकृतिक सौन्दर्य से अत्यंत प्रभावित हुए। सदस्यों ने उदयपुर की सुप्रसिद्ध धरोहरों के चित्रों को अपने कैमरों में कैद किया। 10 बजे कॉन्फ्रेंस का विशिष्ट सत्र का शुभारंभ सिटी पेलेस, उदयपुर में किया गया जहाँ डॉ. वैदुर्य प्रताप साही, प्रयागराज ने मोती चन्द्र मेमोरियल पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया जिसका शीर्षक ‘भारतीय रियासतों का विज्ञान को योगदान’ था।
सत्र के अंत में ‘आल इण्डिया म्युजियम एन्युल कॉन्फ्रेंस-2022’ में उपस्थित सभी सदस्यों का महाराज कुमार लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के साथ सिटी पेलेस उदयपुर के जनाना महल में ग्रुप फोटो खिंचवाया। विदाई लेते हुए एक बार पुनः मेवाड़ ने सभी मेहमान सदस्यों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में म्युजियम एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के उपाध्यक्ष राजेश प्रसाद ने धन्यवाद की रस्म निभाते हुए महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित की।