राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद के सचिव मनीष कुमार वैष्णव (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमंद द्वारा आज 13 सितम्बर 2022 को दोपहर 3.30 बजे कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, विजयपुरा में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
न्यायाधीश द्वारा निरीक्षण के दौरान उक्त आवासीय विद्यालय के मुख्य द्वार पर कोई चौकीदार उपस्थित नहीं पाया गया। बालिकाओं के अनुपात में कमरों की संख्या कम थी। निरीक्षण के दौरान बर्तन गंदे मिले, तकियों के कवर नहीं थे, गद्दों से बदबू आ रही थी।
कर्मचारियों से पूछताछ के दौरान उन्होंने शौचालय की सफाई माह में दो दिन होना बताया। जिस पर न्यायाधीश ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित को व्यवस्थाएं सुधारने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। कर्मचारी राधा गोस्वामी, भाग्यवती चौहान, प्रमिला चौहान उपस्थित मिले। बालिकाओं के मनोरंजन हेतु टीवी उपलब्ध है जो निरीक्षण के दौरान बंद होना पाया। बालिकाओं से संवाद कर न्यायाधीश ने भोजन व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त की। बालिकाओं द्वारा आज दोपहर के भोजन में दाल, चावल, रोटी, आलू की सब्जी खाना बताया गया।
बालिकाओं के लिए सेनेट्री पेड उपलब्ध थे व अग्निशमन यंत्र, शिकायत पेटी लगे होना पाया। न्यायाधीश द्वारा छात्रवृति योजना के संबंध में पूछताछ की गई तो करीब 25 बालिकाओं के बैंक खाते खुले हुए नहीं होने से पात्रता होते हुए भी छात्रवृति योजना का लाभ प्राप्त नहीं करना बताया गया। जिस पर न्यायाधीश ने ताल्लुका विधिक सेवा समिति, देवगढ से समन्वय कर विद्यालय में बैंक खाते खुलवाने का कैंप लगवाने के निर्देश प्रदान किए।
निरीक्षण के उपरांत मनीष कुमार वैष्णव (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमंद द्वारा विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन कर उपस्थित बालिकाओं को पोक्सो अधिनियम, गुड टच-बेड टच, चाइल्ड लाइन नंबर 1098, साइबर अपराध, बाल विवाह रोकथाम, बालिका शिक्षा, महिलाओं के अधिकार, यातायात नियम, नकल विरोधी कानूनों, विधिक सेवा कार्यक्रमों सहित अन्य सामान्य कानूर्नो के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई तथा बालिकाओं की कानून के संबंध में जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। इस अवसर पर प्राधिकरण के कर्मचारी यशोदानंदन गौतम, मयंक राजपूत, राजूसिंह, होमगार्ड इत्यादि उपस्थित थे।