राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। मनीष कुमार वैष्णव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमंद द्वारा जिला कारागृह का 29 सितम्बर 2022 को प्रातः 10:10 पर औचक निरीक्षण कर भोजन, सफाई इत्यादि की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।
वक्त निरीक्षण कारागृह में 186 बंदी निरूद्ध मिलें जो कारागृह की बंदी क्षमता से तीन गुने से अधिक है। वैष्णव ने कारागृह की बैरकों एवं रसोई घर की सफाई व्यवस्था की जांच की। वक्त निरीक्षण बंदियों को भोजन में दाल, चपाती आलु की सब्जी दी जा रही थी तथा बर्तनों को मिट्टी से साफ किया जा रहा था। वैष्णव ने बर्तनों को मिट्टी से साफ नही कर साबुन से बर्तन धुलवाने के निर्देश दिये ताकि बंदियों को साफ बर्तनों में भोजन मिले एवं स्वास्थ्य सबंधी समस्या नहीं हो। वक्त निरीक्षण चिकित्सक अनुपस्थित मिलें। वैष्ण्व ने इन/आउट रजिस्टर में नियमानुसार इन्द्राज करने के निर्देश प्रदान किये। नवीन प्रवेशित बंदियों से संवाद किया एवं उनकी समस्याओं को सुना गया तथा 2 बंदियों के प्रकरण में अधिवक्ता नियुक्त नहीं होने पर उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता का आवेदन करवाया गया।
उल्लेखनीय है कि कारागृह में बंदियों को विधिक सलाह एवं सहायता उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से विधिक सहायता क्लिनिक संचालित है जिसमें पीएलवी धर्मेश खटीक द्वारा प्रत्येक सप्ताह में बुधवार को ड्यूटी दी जाती है। वैष्णव ने बंदियों के बुस्टर डोज लगवाने एवं कोविड-19 की गाइडलाईन की कठोरता से पालना करने के निर्देश पालना करने के निर्देश दिये। उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता, नालसा लीगल सर्विस ऐप, निःशुल्क विधिक सहायता, मध्यस्थता, पीड़ित प्रतिकर, लोक अदालत, साईबर सुरक्षा, आदिवासियों के कल्याण एवं संरक्षण की योजनाओं के बारे में जानकारी दी गयी। वक्त निरीक्षण उपेन्द्र शर्मा एवं अजय सिंह हेड कानिस्टेबल उपस्थित रहे एवं निरीक्षण मे सहयोग किया।