मुस्कुराहट के साथ कठिनाइयों का सामना कर सकारात्मकता के साथ जीवन में आगे बढ़े- सुनील व्यास
नाथद्वारा (दिव्य शंखनाद)। नाथद्वारा इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट में बीए बीएड, बीएससी बीएड, बीसीए, बीएससी प्रथम वर्ष के नवीन प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए अभिविन्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में नवागुन्तक विद्यार्थियों को तिलक, मौली एवं मिष्ठान खिलाकर स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्था निदेशक दीपेश पारीख एवं कार्यक्रम के मुख्यातिथि अन्तर्राष्ट्रीय हास्यकवि सुनील व्यास ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
संस्थान के निदेशक दीपेश पारीख ने विद्यार्थियों को कहा कि आज का युग प्रतियोगिता का युग है। अतः हमें समसामयिक जानकारियों के साथ व्यवहारिक ज्ञान को भी बढाने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी।
अन्तर्राष्ट्रीय विख्यात कवि सुनील व्यास ने विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन में सभी कठिनाइयों का सामना करने का सामर्थ्य उस व्यक्ति में अधिक होता है जो मुस्कुराकराहट के साथ कठिनाइयों का सामना करता है। सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन कोई काम छोटा नही होता। आपका लक्ष्य आपको नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है। उन्होने हास्य रस में मोबाइल की बढती लत पर व्यंग्य करते हुए कहा कि इससे सामाजिक जीवन एवं सोचने समझने की क्षमता का हृास हो रहा है। अंत मे उन्होंने विद्यार्थियों को परिवार के साथ समय बिताने का संदेश दिया।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. रंजना शर्मा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय का परिचय प्रस्तुत किया। शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. मुकेश शर्मा ने सम्पूर्ण पाठ्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत की। एकेडमी हेड लोकेन्द्र कुमावत ने विद्यार्थियों का परिचय प्राप्त कर उन्हें वर्षभर होने वाली गतिविधियों को समझाया। कार्यक्रम के अन्त में निदेशक दीपेश पारीख, प्राचार्या डॉ. रंजना शर्मा, पीआरओ धर्मेश पालीवाल ने अन्तर्राष्ट्रीय हास्यकवि सुनील व्यास को स्मृति चिन्ह एवं इकलाई पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन बीए बीएड तृतीय वर्ष की छात्राध्यापक भावना जाट ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष एवं समस्त व्याख्यातागण मौजूद रहे।