राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। जिले में लक्ष्य कार्यक्रम के संचालन को लेकर लक्ष्य सर्टिफिकेशन के लिये चयनित चिकित्सा संस्थानो के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, लेबर रूम के प्रभारी एवं कार्मिको की समीक्षा बैठक का आयोजन सीएमएचओ डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य भवन में किया गया। जिसमें लक्ष्य सर्टीफिकेशन के लिये मापदण्डो एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की सुनिश्चिता के लिये सुझाव एवं निर्देशित किया गया।
सीएमएचओ डॉ. प्रकाश चन्द्र शर्मा ने बताया की गुणवत्तापूर्ण सेवायें निरंतर अभ्यास का परिणाम है इसलिये निरंतर अभ्यास से इसको आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। इसलिये सभी चयनित चिकित्सा संस्थान में कार्यरत लेबर रूम प्रभारी एवं स्टॉफ को इसके लिये तैयार होकर मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता के लिये निर्धारित मानको के अनुसार कार्य को अभ्यास में लाना होगा।
बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने कहा की लक्ष्य कार्यक्रम मातृत्व स्वास्थ्य की सेवाओं में गुणवत्ता लाने के लिये है जो की आवश्यक है इसलिये हम सभी को इसके लिये तैयार होना जरूरी है। स्त्री एवं प्रसुति रोग विशेषज्ञ मंजू पुरोहित ने बताया की यदि आप लक्ष्य कार्यक्रम के तहत निर्धारित प्रोटोकॉल की नियमित पालना करते है तो यह आदत में आ जायेंगे और स्टॉफ की कार्य कुशलता के साथ ही बेहतर मातृत्व सेवायें देने पर पर आत्म संतुष्टी मिलेगी।
जिला दक्षता मेंटर डॉ. सूर्य भवानी सिंह चावड़ा ने लक्ष्य कार्यक्रम का आमुखीकरण करते हुए बताया की इसके तहत सेवा प्रदाता की सेवाओ की गुणवत्ता का आंकलन किया किया जाता है। जिसमें सर्विस प्रोविजन, पेशेंट राइट, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेज, क्लिनिकल सर्विसेज, इन्फेक्शन कंट्रोल, क्वालिटी मैनेजमेंट व आउटकम शामिल है। बैठक में डॉ. ममता प्रजापत ने विस्तार से अपने अनुभव साझा करते हुए चरण बद्ध योजना पर चर्चा की। बैठक में लक्ष्य कार्यक्रम के लिये चयनित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आमेट, केलवा, रेलमगरा, भीम, देलवाड़ा के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, लेबर रूम के प्रभारी एवं स्टॉफ उपस्थित थें।