चाइल्ड लाइन ने रेस्क्यू किया व CWC ने दिया आश्रय
नाथद्वारा | विगत कुछ दिनों से मोबाइल में अवैध रूप से एक तरह के गलत मैसेज वायरल हो रहे है थे जिसमे लिखा होता है कि छोटे बच्चे है माता पिता की कोरोना से मृत्यु हो गई है बच्चो को गोद देना है व फोन नम्बर भी लिखे होते है । ऐसे फैक मैसेज से सावधान रहने के लिए चाइल्ड लाइन, बाल अधिकारिता विभाग व बाल कल्याण समिति के द्वारा न्यूज प्रकाशित करवाई गयी थी |
जागरूक रहने तथा 1098 पर सूचना देने का एंव आस पड़ोस में यदि कोई माता पिता कोरोना से बीमार है या अन्य कोई कारण है और उनके बच्चे है और उपेक्षित है तो इसकी सूचना भी 1098 देने हेतु फील्ड स्तर पर व सोशियल मीडिया द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया जिसके सुखद परिणाम आने लगे है । जिले में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय व जतन संस्थान द्वारा संचालित चाइल्डलाइन 1098 हेल्पलाइन पर जानकारी मिली कि बच्चों को तत्काल सहायता की जरुरत है | विजिट करने पर पता चला कि एक बालक व दो बालिका आश्रय की जरुरत है | जिस पर टीम मेम्बर अर्जुन सिंह व गौरव के द्वारा बच्चो को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के सम्मुख प्रस्तुत किया | बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कोमल पालीवाल, बाल कल्याण समिति के सदस्य बहादुर सिंह चारण, हजेन्द्र सिंह चौधरी, सीमा डागलिया, रेखा गुर्जर द्वारा बताया गया कि कांकरोली क्षेत्र में पिता के बीमार होने से चिकित्सालय में भर्ती होने व माता के पूर्व में ही छोड़ कर चले जाने पर बच्चों को आश्रय दिया गया | सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग के जय प्रकाश चारण व बाल अधिकारिता विभाग कृष्णकांत सांखला द्वारा कोरोना महामारी में उपेक्षित बच्चों की जानकारी देने व ऐसे नेक कार्य मे आगे आकर सहयोग करने की अपील की जिससे बच्चो को संरक्षण समय पर विधिक रूप से प्राप्त हो सके ।