कोविड नियमों का सख्ती से किया गया पालन
रुद्रप्रयाग । कोविड-19 प्रोटोकोल के तहत उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर के कपाट सोमवार को खोल दिए गए हैं। मंदिर के कपाट आज सुबह 5 बजे विधिवत एक अनुष्ठान के बाद खोल दिए गए। इस संबंध में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए कहा कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज विधि विधान से मंत्रोचारण के साथ सुबह पांच बजे खुल गये हैं। केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के पश्चात रावल भीमा शंकर लिंगम और मुख्य पुजारी बाघेश लिंगम ने स्वयंभू शिवलिंग को समाधि से जागृत किया तथा निर्वाण दर्शनों के पश्चात श्रृंगार तथा रूद्राभिषेक पूजाएं की गयी। उन्होंने कहा कि मैं बाबा केदारनाथ से सभी को स्वस्थ रखने की प्रार्थना करता हूं।
मंदिर को ग्यारह क्विंटल फूलों से सजाया गया | वहीं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न खतरे को देखते हुए चारधाम यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। अभी केवल अनुष्ठान किए जा रहे हैं, जिसमें तीर्थयात्रियों की अनुमति नहीं है। कोरोना वायरस महामारी समाप्त होने के बाद जल्द ही चारधाम यात्रा शुरू की जाएगी। इस संबंध में देवस्थान बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि इस मौके पर मंदिर को ग्यारह क्विंटल फूलों से सजाया गया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होने वालों द्वारा मास्क पहनने और सोशल डिस्टेसिंग जैसे कोविड नियमों का सख्ती से पालन किया गया।
सर्दी के दिनों में बर्फबारी की वजह से केदारनाथ मंदिर में स्थित भगवान शिव की मूर्ति को उखीमठ में स्थापित की जाती है। उखीमठ रुद्रप्रयाग जिले में है। पिछले साल 16 नवंबर, 2020 को केदारनाथ मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था। यमुनोत्री और गंगोत्री मंदिर क्रमश: 14 मई और 15 मई को खोले गए, वहीं बद्रीनाथ मंगलवार को पुजारियों के लिए नियमित पूजा-अर्चना के लिए खुलेंगे। बद्रीनाथ मंदिर के कपाट पिछले साल 19 नवंबर को बंद कर दिए गए थे।