आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का उद्देश्य

राजसमन्द 5 मई। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ग्रीष्म ऋतु में आमजन, विशेष रूप से चिकित्सालय आने वाले मरीजों को अधिकतम राहत प्रदान करने की दिशा में हर संभव प्रयास कर रही है।
राजसमंद जिले में जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के निर्देशन में चिकित्सा सुविधाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी स्थिति का आकलन करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत सुबह से लेकर शाम तक समस्त उपखण्ड अधिकारियों और तहसीलदारों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण किया गया।

जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने आर.के. जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। इसी तरह उपखण्ड अधिकारी राजसमन्द बृजेश गुप्ता ने सीएचसी कुंवारिया का निरीक्षण किया। उपखण्ड अधिकारी देवगढ़ अर्चना चौधरी ने पीएचसी कुआंथल और पीएचसी कुन्दवा, जबकि उपखण्ड अधिकारी भीम दूदाराम ने उप जिला चिकित्सालय भीम और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जस्साखेड़ा का निरीक्षण किया। उपखण्ड अधिकारी कुम्भलगढ़ नीलम लखारा द्वारा सीएचसी केलवाड़ा और पीएचसी रिछेड़ तथा उपखण्ड अधिकारी आमेट द्वारा पीएचसी जिलोला का निरीक्षण किया गया।

इसी क्रम में तहसीलदार खमनोर ने सीएचसी झालों की मदार, तहसीलदार कुम्भलगढ़ ने पीएचसी मजेरा और सब हेल्थ सेंटर ओलादर, तहसीलदार राजसमन्द ने पीएचसी मोही, तहसीलदार भीम ने पीएचसी बरार और पीएचसी अजीतगढ़, तथा तहसीलदार देवगढ़ ने सब हेल्थ सेंटर लसानी और सोहनगढ़ का निरीक्षण किया। तहसीलदार नाथद्वारा द्वारा सीएचसी सिसोदा, तहसीलदार रेलमगरा द्वारा सीएचसी रेलमगरा, तहसीलदार देलवाड़ा द्वारा सीएचसी देलवाड़ा, तहसीलदार कुंवारिया द्वारा पीएचसी वणाई, तहसीलदार आमेट द्वारा सीएचसी आगरिया, और तहसीलदार सरदारगढ़ द्वारा उप स्वास्थ्य केन्द्र ओलनखेड़ा का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान अस्पतालों में उपलब्ध चिकित्सा सेवाओं, स्टाफ की उपस्थिति, दवाओं की उपलब्धता, स्वच्छता की स्थिति तथा आवश्यक रिकॉर्ड का अवलोकन किया गया। विशेष रूप से ग्रीष्म ऋतु में मरीजों को संतोषजनक सेवाएं प्रदान करने पर फोकस रहा। सभी अस्पतालों में गर्मी को देखते हुए मरीजों के लिए लगाए गए एसी, कूलर, पंखे आदि को नियमित रूप से संचालित करने और लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए गए। साथ ही दवाइयों और एम्बुलेंस की स्थिति को भी देखा गया। छाया-पानी को हर हाल में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
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