अधिकारी केन्द्र सरकार और सेना के साथ समन्वय बनाकर करें आवश्यक कार्यवाही

जयपुर ( दिव्यशंखनाद) 10 मई | मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भारत और पाकिस्तान के मध्य उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर लगातार उच्चस्तरीय बैठक लेकर हालात पर पूरी नजर बनाते हुए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को भी मुख्यमंत्री कार्यालय में गृह विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक ली।
प्रदेश और प्रदेशवासियों की सुरक्षा व्यवस्था की जा रही सुनिश्चित
बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान सीमावर्ती राज्य होने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। हमारी एक हजार किलोमीटर से अधिक की अन्तरराष्ट्रीय सीमा पाकिस्तान से लगी हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वर्तमान परिस्थितियों का गहनता से विश्लेषण कर प्रदेश और प्रदेशवासियों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में खाद्यान्न, दवाइयों सहित अन्य सभी आवश्यक वस्तुएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए आरएसी, होमगार्ड और एसडीआरएफ की अतिरिक्त यूनिट्स भेजी जा रही हैं। इसके साथ ही दन जिलों में प्रभारी सचिवों को भेजा गया.
सरकार और सेना के साथ समन्वय बनाकर करें आवश्यक कार्यवाही
वस्तुएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए आरएसी, होमगार्ड और एसडीआरएफ की अतिरिक्त यूनिट्स भेजी जा रही हैं। इसके साथ ही इन जिलों में प्रभारी सचिवों को भेजा गया है। वे स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय बनाते हुए सभी निर्देशों की पालना सुनिश्चित कर रहे हैं।
आमजन को एडवाइजरी की पालना के लिए करें प्रेरित-
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सीमावर्ती जिलों में सड़क तथा रेलमार्ग पर मूवमेंट नियंत्रित करने तथा आवश्यकतानुसार ब्लैकआउट को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और अन्य प्रचार माध्यमों से आमजन को ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल के बारे में विस्तृत जानकारी देकर जागरूक किया जाए ताकि भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि आमजन को प्रशासनिक निर्देशों और केन्द्र एवं राज्य सरकार की एडवाइजरी की पालना के लिए प्रेरित किया जाए। छोटी से छोटी घटनाओं पर नजर रखते हुए अफवाहों को फैलने से रोका जाए। श्री शर्मा ने अफवाह और भ्रामक जानकारी फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।