विभिन्न कार्यों के लिए होगें चार करोड़ रुपये खर्च, प्रताप से जुड़े स्थलों का होगा ईको पर्यटन एवं पर्यावरण संरक्षण
राजसमन्द 25 जून। जिले की मचीन्द ग्राम पंचायत के विभिन्न कार्यों का शिलान्यास विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सी.पी. जोशी ने गुरुवार को राणा पुंजा मेला स्थल पर वर्चुअल तरीके से किया।
जिले के मचीन्द ग्राम पंचायत में स्थित महाराणा प्रताप की शरण स्थली, प्रताप के विश्वास पात्र भील आदिवासी सेना के सेनापति राणा पुंजा की कर्म स्थली, महान तपस्वी गुरू गोरखनाथ एवं मछीन्द्रनाथ की तपोस्थली, प्रताप के ज्येष्ठ पुत्र अमरसिंह की जन्म स्थली, बागेरी नाका वृहद पेयजल योजना की निर्माण स्थली, वांकेराव बावजी की तीर्थ स्थली के नाम से विख़्यात एवं प्रसिद्ध मचीन्द गाँव के पश्चिमी छोर पर स्थित अरावली पर्वतमाला की तलहटी पर स्थित राणा चौरा से राणा पुंजा मेला ग्राउण्ड वन खण्ड को वन विभाग राजसमंद, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग उदयपुर एवं मनरेगा के संयुक्त तत्वावधान में राज्य सरकार करीब दो करोड़ रुपये खर्च कर इन पर्यटन स्थलों का कायाकल्प करने के लिए प्रथम चरण का वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन राणा पुंजा मेला स्थल पर किया गया।
वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष एवं नाथद्वारा विधायक डॉ सी.पी. जोशी ने की व मुख्य अतिथि जिला प्रभारी मंत्री व सहकारी मंत्री उदयलाल आंजना, विशिष्ट अतिथि जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री अर्जुनसिंह बामणिया थे।
इस अवसर पर जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत एवं परिचय करवा कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद राजसमंद उपवन संरक्षक फतेहसिंह राठौड़ ने सभी प्रस्तावित विकास कायोर्ं की रूपरेखा का प्रस्तूतिकरण किया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. जोशी ने वर्चुअल शिलान्यास की रस्म अदा की।
क्षेत्रीय वन अधिकारी नाथद्वारा मोहम्मद इस्माइल शेख ने बताया कि डीएमएफटी योजना अन्तर्गत ईको ट्रेल कम पाथ निर्माण, राणा पूंजा स्मारक से राणा चौरा तक प्रथम चरण, राणा पूंजा स्मारक स्थल से पूराने महल तक1500 मीटर सड़क निर्माण के लिए कुल स्वीकृत 176.28 लाख रूपये, टी.ए.डी. अन्तर्गत 146.50 लाख रुपये के साथ मनरेगा योजना अन्तर्गत 50 लाख रूपये के विभिन्न कार्य स्वीकृत किये।
इस मौके पर राउमावि मचीन्द के वरिष्ठ शिक्षक राजेन्द्र प्रसाद श्रीमाली ने मचीन्द के इतिहास के बारे में बातया। महाराणा प्रताप के ज्येष्ठ पुतर्् अमरसिंह सिसोदिया के बाल्यकाल पर आधारित एवं प्रताप के मचीन्द स्थित राणा चौरा महल के प्रवास के दौरान घटी घटना पर आधारित ‘अरे घास री रोटी ही जद बन बिलावड़ो ले भाग्यो’ की कविता का वाचन किया गया।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल, सरपंच अम्बा कुमारी मीणा, वन सुरक्षा एवं प्रबंधन समिति मचीन्द के अध्यक्ष रमेश सोनी, उपसरपंच पंकज सोनी, पंचायत समिति खमनोर प्रधान भैरूलाल वीरवाल, उपप्रधान वैभवराज सिंह चौहान, आदिवासी समाज के वनावल चोखला अध्यक्ष तखतमल गमेती, पूर्व सरपंच लक्ष्मीलाल सोनी, समाजसेवी शांतिलाल जैन, पूर्व उप प्रधान धर्मनारायण पुरोहित, मांगीलाल पालीवाल, पीईईओ मचीन्द अनिता दैया, विकास अधिकारी निता पारीख, खमनोर तहसीलदार सोहनलाल शर्मा उपस्थित रहे।