राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। कार्यक्रम में जिला एवं सेशन न्यायाधीष, राजसमन्द अनन्त भण्डारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के सुनील कुमार पंचोली, पारिवारिक न्यायाधीष सन्तोष कुमार मित्तल सहित मुख्यालय के अन्य न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अनुव्रत संस्था के भरत कुमार दक एवं जगजीवन चोरडिया, हस्ती कुमार डागा, प्रकाष डांगी, रविन्द्र पगारिया सहित अन्य समाजजन उपस्थित रहे। नीम, जामुन इत्यादि फलदार एवं छायादार पौधों का रोपण किया गया। जिला एवं सेशन न्यायाधीष, राजसमन्द अनन्त भण्डारी ने पेडों का महत्व बताते हुए बताया कि केवल पौधारोपण करना ही पर्याप्त नहीं है वरन् उनका संरक्षण एवं संवर्धन करना भी आवश्यक है।
उन्होने कहा कि पेडों से हमें जीवनदायी आक्सीजन के साथ ही इंधन भी उपलब्ध होता है। सघन वृक्षारोपण से रेगीस्तान कम होता है तथा पर्यावरण संरक्षण होता है। वृक्षों से हमें फलों के साथ ही औषधियां भी प्राप्त होती है। वृक्ष मिट्टी के बहाव को रोकते है तथा भूमि को उपजाउ बनाए रखते है।