राजसमन्द (दिव्य शंखनाद)। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रकाश चन्द्र शर्मा ने सेमा ग्राम पंचायत के गोलाया में एक आदिवासी बस्ती के कुछ परिवारो में फैले चर्म रोग स्केबीज को लेकर उनके घरो का दौरा किया तथा परिवार में फैले रोग के उपचार एवं इलाज को लेकर फिड बैक लिया।
सीएमएचओ ने बताया की स्केबीज एक प्रकार का संक्रामक त्वचा रोग है जो एक विशेष प्रकार के किट, माइट सरकोपिट्स स्कैबी के कारण होता है। स्कैबीज के कारण त्वचा में खुजली, जलन और लाल चकते पड़ जाते है जो अधिकतर रात के समय में मरीज को और भी असहज कर देते है। लेकिन यह जानलेवा नही है कूछ दिनो के इलाज के बाद पूरी तरह ठीक हो जाता है।
उन्होंने बताया की गोलिया बस्ती में कुल 11 घर है जिनमें 15 परिवारो के कुल 89 व्यक्ति एवं 30 बच्चे है। बिमारी से प्रभावित 4 घरो के कुल 12 बच्चे है जिनको उपचार प्रदान कर दिया गया है। संक्रमण आगे नही फैले इसके लिये घर-घर स्वास्थ्य सर्वे शुरू कर दिया गया है एवं आवश्यक एहतियाती उपाय सुनिश्चित किये गये है। मौके पर स्थानिय आशा सहयोगिनी एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया की कुछ समय पूर्व नजर में आए इस प्रकार के बच्चो को सीएचसी खमनोर में रेफर किया गया जहां उनका उपचार भी हुआ लेकिन बाद में दूसरे में बच्चो में इस बिमारी के लक्षण सामने आने लगे।
बीसीएमओ डॉ. खुशवंत जैन ने बताया की अधिक बिमार होने पर 8 वर्षीय राकेश एवं उसकी बहन 11 वर्षीय देवकी को नाथद्वारा में रेफर किया गया था। जहां विशेषज्ञ चिकित्सा अधिकारी द्वारा आवश्यक सलाह एवं उपचार प्रदान किया गया है उनको एहतियातन खमनोर सीएचसी पर आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर आवश्यक जांचे की गई, जिन्हे दिन भर भर्ती रखने के बाद सहज स्थिती होने पर छूट्टी दे दी गई है।